रूस के रक्षा मंत्रालय ने शुक्रवार को दावा किया कि अमेरिका के दो एफ-22 जेट ने आर्कटिक सागर में निगरानी कर रहे उनके बमवर्षक एयरक्राफ्ट टीयू-95 का पीछा किया। इन्हें उत्तरी अमेरिका के एयरोस्पेस डिफेंस सेंटर से नियंत्रित किया जा रहा था। हालांकि, अमेरिका का कहना है कि रूस के एयरक्राफ्ट अलास्का की वायु सीमा में घुस आए थे, जिन्हें खदेड़ दिया गया।
रूस के मुताबिक, लंबी दूरी तक मार करने में सक्षम टीयू-95 को आर्कटिक सागर के तटस्थ इलाके में बेरिंग और ओखोस्क सागर के बीच तैनात किए गए हैं। ये एयरक्राफ्ट आर्कटिक और अटलांटिक महासागर के साथ-साथ बाल्टिक और प्रशांत महासागर में निगरानी करते हैं। रूस का दावा है कि इसके लिए किसी भी तरह की अंतरराष्ट्रीय सीमा का उल्लंघन नहीं किया जाता है।
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उत्तरी अमेरिका के एयरोस्पेस डिफेंस सेंटर के प्रवक्ता माइकल कुचारेक ने बताया कि एफ-22 जेट ने अलास्का वायु सीमा में रूस के एयरक्राफ्ट की मौजूदगी ट्रेस की थी। इसके बाद दोनों जेट ने अलास्का का वायु सीमा क्षेत्र खत्म होने तक उन पर नजर रखी। हालांकि, माइकल ने यह खुलासा नहीं किया कि रूस के एयरक्राफ्ट अलास्का के पश्चिमी तट से कितनी दूर थे।
माइकल कुचारेक ने बताया कि इस साल दूसरी बार अमेरिकी जेट ने रूस के एयरक्राफ्ट ट्रेस किए। मई 2018 में भी रूस के दो टीयू-95एस एयरक्राफ्ट अलास्का के तटीय इलाके में नजर आए थे। उस वक्त रूस के रक्षा मंत्रालय ने कहा था कि अमेरिकी जेट उनके एयरक्राफ्ट के बीच की दूरी 100 मीटर से ज्यादा नहीं थी।
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Source : News Nation Bureau