अमेरिका में इस साल के अंत में राष्ट्रपति पद के लिए चुनाव होने वाले हैं. अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन और पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के बीच कड़ा मुकाबला है. इस बीच. राष्ट्रपति चुनाव के लिए ट्रंप ने रिपब्लिकन पार्टी का नामांकन औपचारिक तौर पर स्वीकार कर लिया. रिपब्लिकन नेशनल कन्वेंशन में ट्रंप ने बोला कि मैं आत्मविश्वास, शक्ति और आशा के संदेश के साथ आपके सामने खड़ा हूं. मैं आधे अमेरिका के लिए नहीं बल्कि एक महान देश के लिए लड़ रहा हूं. चार माह बाद हम अविश्वनीय जीत हासिल करेंगे. इस दौरान उन्होंने अपने ऊपर हुए जानलेवा हमले का भी जिक्र किया. मेरे लिए वह बहुत दर्दनाक वक्त था. मैं अब उसे याद भी नहीं करना चाहता. ईश्वर ने मेरी जान बचाई है. मैं उस बारे में कुछ भी कह ही नहीं पाऊंगा.
ट्रंप ने बयां किया दर्दनाक पल
कार्यक्रम में ट्रंप ने कहा कि मैं इस रैली की शुरुआत अमेरिकियों के प्यार और समर्थन से करना चाहूंगा. मैं आप लोगों के समर्थन-प्यार के लिए आभार व्यक्त करता हूं. हत्यारे की गोली और मेरे बीच में एक इंच से भी कम का फासला था. वह बहुत दर्दनाक घटना थी, इसलिए मैं आपको इस बारे में सिर्फ एक बार ही बता पाऊंगा. मुझे रैली में अचानक बहुत तेज कुछ महसूस हुआ. मैं समझ गया था कि यह गोली है. मुझ पर हमला हो गया है. इन सब के बावजूद मैं सुरक्षित महसूस कर रहा था, मुझे पता था कि मेरे साथ भगवान खड़े हैं. गोलियां चल रही थीं लेकिन मैं शांति चित्त था. मेरी जनता मुझसे प्यार करती है. वह वहां से भागी नहीं. जनता बहादुर है. हम कभी झुकेंगे नहीं, हम कभी टूटेंगे नहीं और न ही हम कभी पीछे हटेंगे. मैं अपनी आत्मा अमेरिका के लिए समर्पित करता हूं.
ट्रंप पर हुए अटैक के पीछे ईरान का हाथ
अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप पर हुए अटैक के मामले में अमेरिकी शीर्ष मीडिया एजेंसी ने बड़ा दावा किया है. उनका कहना है कि ट्रंप पर हमले के पीछे ईरान का हाथ हो सकता है. ईरान ने ट्रंप की हत्या की साजिश रची है. अमेरिकी अधिकारियों को इसका अंदाजा हो गया था. इसलिए ट्रंप की सुरक्षा बढ़ा दी गई थी. हालांकि, अमेरिका द्वारा लगाए गए तमाम आरोपों को ईरान ने खारिज कर दिया है.
Source : News Nation Bureau