सीरिया द्वारा रसायनिक हमले के जवाब में शनिवार को अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप ने सीरियाई राष्ट्रपति बशर अल-असाद के उन ठिकानों पर हमले की घोषणा कर दी है जहां पर हथियार रखे गए हैं।
ट्रंप की इस घोषणा के बाद दमिश्क के कई इलाक़ों में बमबारी की आवाज़ भी सुनी गई है।
इस बारे में अधिकारिक जानकारी देते हुए अमेरिकी राष्ट्रपित ने कहा कि हमने फ्रांस और ब्रिटेन के साथ मिलकर इस संयुक्त ऑपरेशन को अंजाम दिया है और यह हमला तब तक जारी रहेगा जब तक कि सीरिया रसायनिक हमला रोक नहीं देता।
बता दें कि यह ऑपरेशन सीरिया द्वारा उस रसायनिक हमले के बाद की गई है जिसमें पिछले हफ़्ते लगभग 60 लोगों की मौत हो गई थी।
टीवी मीडिया को संबोधित करते हुए ट्रंप ने कहा, 'कुछ देर पहले ही मैने अमेरिकी सशस्त्र बल को हमले का आदेश दिया है। उनसे कहा गया है कि वो तानाशाह असाद के उन सभी ठिकानों को नष्ट करे जहां पर उसने रसायनिक हथियार जमा कर रखे हैं।'
ट्रंप ने सीरिया द्वारा पिछले हफ़्ते की गई रसायनिक हमले पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा, 'ये हमला कोई इंसान तो नहीं कर सकता, ये बेहद ख़ौफ़नाक और दनवीय घटना है।'
अमेरिकी राष्ट्रपति ने कहा, 'हमने यह हमला रसायनिक हमले का इस्तेमाल और उत्पादन को जड़ से ख़त्म करने के लिए किया है।'
इतना ही नहीं ट्रंप ने सीरिया हमले को लेकर रुस और इरान की कठोर शब्दों में निंदा करते हुए कहा, 'रुस और इरान से मैं पूछना चाहता हूं कि क्या वो एक ऐसे देश की मदद करना चाहते हैं जो निर्दोष इंसान, बच्चों और औरतों की सामूहिक हत्या करने में दिलचस्पी रखता है?'
एक अमेरिकी अधिकारी ने यहां तक बताया कि राष्ट्रपति ने सेना को टॉमहॉक क्रूज मिसाइल से भी हमला करने की अनुमति दी है।
वहीं रुस ने अमेरिका की इस हमले का विरोध करते हुए कहा, 'पुतिन की बेज्जती बर्दाश्त नहीं की जाएगी। अमेरिका इस हमले के परिणाम के लिए तैयार रहे।'
क्या है टॉमहॉक क्रूज मिसाइल
टॉमहॉक क्रूज मिसाइल अमेरिकी अस्त्रागार के उन नायाब हथियारो में शामिल है जिनके बल पर अमेरीका आज भी विश्व में महाशक्ति बना हुआ है। यह क्रूज स्थिर लक्ष्यो के लिए यह मिसाइल दागो और भूल जाओ वाले सिध्दांत पर कार्य करती है।
इतना ही नहीं टॉमहॉक मिसाइल को दो हजार किलो मीटर दूर से छोड़ा जा सकता है और दुश्मन को भारी नुकसान पहुंचाया जा सकता है। यह मिसाइल कम ऊंचाई पर चलती है इसलिए इसकी मौजूदगी को रडार और एयर डिफेंस सिस्टम भी नहीं भाप पाते हैं।
टॉमहॉक मिसाइल 20 फीट से भी ज्यादा लम्बी होती है और इसमें ग्लोबल पोजीशनिंग सिस्टम (जीपीएस) लगा होता इसके चलते इसे बीच रास्ते में मोड़ा जा सकता है यदि लक्ष्य ने स्थान बदल लिया हो तो इसे भी मोड़कर उस तक पहुंचाया जा सकता है अगर स्थिर लक्ष्य हो तो यह मिसाइल पूरी तरह नेस्तनाबूत कर देती है।
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Source : News Nation Bureau