अमेरिका में आर्थिक संकट गहरा गया है जिसकी वजह से सरकारी दफ्तर भी बंद होने की कगार पर पहुंच गए हैं। है। इसका सबसे बड़ा कारण सीनेटर्स का पारित फंडिंग बिल को खारिज कर देना है। बीते पांच सालों में ऐसा पहली बार हो रहा है जब अमेरिका आर्थिक संकटों से घिरता हुआ नजर आ रहा है।
जिस बिल को सीनेटर्स ने खारिज कर दिया है उसके जरिए 16 फरवरी तक के लिए फंडिंग सुनिश्चित थी। इस वजह से अमेरिकी सरकार को आधिकारिक तौर पर बंदी का सामना करना पड़ रहा है।
रिपोर्ट के मुताबिक बिल को पारित करने के लिए 60 वोटों की जरूरत थी और उसके मुकाबले 48 सीनेटरों ने बिल के खिलाफ वोटिंग की। सिर्फ पांच डेमोक्रेटिक्स ने बिल के समर्थन में अपना मत दिया।
डेमोक्रेट सीनेटर ने राजनीतिक खतरे का उल्लेख करे हुए स्टॉपगैप स्पेंडिंग पर रोक लगा चुके हैं जिसके बाद अगले दिन यानि की शनिवार को कई सरकारी दफ्तर आधिकारिक तौर पर बंद हो जाएंगे।
गौरतलब है कि इस आर्थिक संकट का असर कई अमेरिकी सरकारी विभागों पर पड़ेगा और सरकार नौकरी वाली करने वाले लाखों लोगों को बिना सैलरी घर बैठना पड़ेगा।
और पढ़ें: पीएम मोदी ने की लोकसभा और विधानसभा चुनाव एक साथ कराने की वकालत
किसी भी देश में सरकार और सरकारी विभागों को चलाने के लिए जो पैसे की जरूरत होती है उसके लिए फंड देश के संसद से मिलता है।
अमेरिका में इसी को सीनेटर्स कहा जाता है जहां बिल (फंडिंग) को ही खारिज कर दिया गया। हमारे देश में भी साल 1975 में ऐसी स्थिति आ सकती थी लेकिन रात को संसद बुलाकर मनी बिल पास कर दिया गया था।
और पढ़ें: पीएम मोदी भारत के लिये कर रहे बेहतर, हाफिज़ आतंकी नहीं: मुशर्रफ
Source : News Nation Bureau