अमेरिका के दो सांसदों ने अमेरिकी कांग्रेस में पाकिस्तान को एक आतंकी देश घोषित किये जाने के लिये विधेयक पेश किया। पहले से ही उरी में हुए हमले पर आलोचना का शिकार हो रहे पाकिस्तान के लिये एक बड़ा झटका है। ये विधेयक उस समय पेश किया गया है जब पाकिस्तान के प्रधानमंत्री नवाज़ शरीफ को संयुक्त राष्ट्र में भाषण देना है।
इस विधेयक को आतंकवाद पर अमेरिकी सदन की उपसमिति के अध्यक्ष तथा टेक्सास से अमेरिकी सांसद टेड पोए और बलूच समर्थक और कैलिफोर्निया के सांसद दाना रोहराबाचेर ने पेश किया है। 'एच.आर. 6069 विधेयक' या ''पाकिस्तान स्टेट स्पॉन्सर ऑफ टेररिज्म डेजिगनेशन एक्ट' नाम के इस विधेयक को अमेरिकी प्रशासन से चार महीने के अंदर पारित करने का अनुरोध किया गया है। अमेरिका के दो प्रभावशाली सांसदों की तरफ से पेश इस बिल में कहा गया है कि पाकिस्तान को आतंकवाद को प्रायोजित करने वाला देश घोषित किया जाए।
टेड पोए ने मंगलवार को जारी एक बयान में कहा, "पाकिस्तान भरोसा करने लायक साथी नहीं है, बल्कि वह वर्षों से अमेरकी दुश्मनों को मदद देता रहा है। चाहे हक्कानी नेटवर्क के साथ पाकिस्तान के मधुर संबंध हो या फिर ओसामा बिन लादेन को शरण देना हो, ये पाकिस्तान के खिलाफ वो पर्याप्त सबूत हैं, जो यह साबित करते हैं कि पाकिस्तान आतंकवाद को मदद दे रहा है। अब वक्त आ गया है जब हम पाकिस्तान को उसकी धोखेबाजी के लिए वित्तीय मदद देना बंद करे और उस वो दर्जा दिया जाए जिसका वह हकदार है, यानि आतंकवाद प्रायोजित मुल्क।"
इस बिल के पेश होने के बाद अमेरिकी राष्ट्रपति 90 दिनों के भीतर एक रिपोर्ट जारी करेंगे। जिसमें यह बताया जाएगा कि पाकिस्तान अंतरराष्ट्रीय आतंकवाद को समर्थन तो नहीं दे रहा? जिसके तीस दिन के अंदर अमेरिकी विदेश मंत्री इस संबंध में समीक्षा रिपोर्ट प्रस्तुत करेंगे कि क्या पाकिस्तान एक आतंकी देश है या पाकिस्तान आतंकियों की किस तरह मदद कर रहा है?
अमेरिकी सांसदों के कमद को पाकिस्तान के लिये बड़ा झटका माना जा सकता है।
Source : News Nation Bureau