लेबनान के शिया आंदोलन हिज्बुल्ला के प्रमुख ने रविवार को कहा कि ईरान के शीर्ष कमांडर कासिम सुलेमानी की हत्या के बाद अब अमेरिकी सेना को इसकी कीमत चुकानी होगी. सुलेमानी बगदाद में किए गए अमेरिकी हवाई हमले में मारे गए थे. हसन नसरल्ला ने टीवी पर प्रसारित एक भाषण में कहा कि अमेरिकी सेना ने उनकी (सुलेमानी की) हत्या की और उसे इसकी कीमत चुकानी होगी.
यह भी पढ़ेंःJNU में हिंसा पर बोले केजरीवाल, अगर यूनिवर्सिटी कैंपस में छात्र सुरक्षित नहीं है तो देश कैसे आगे बढ़ेगा
ईरान के जनरल कासिम सुलेमानी की बेटी जेनब सुलेमानी ने कहा है कि उनके पिता की मौत ने उन्हें ‘तोड़ा’ नहीं पाएगा और अमेरिका (America) को यह जान ले कि उनका खून बेकार नहीं जाएगा. सुलेमानी की बेटी जेनब सुलेमानी ने लेबनान के ‘अल-मनार टीवी’ को बताया कि ‘घटिया’ राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप मारे गए ईरानी नेता की उपलब्धियों को मिटा नहीं सकता है.
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने ट्वीट कर कहा कि ईरान बदला लेने की धमकी दे रहा है. मैं ईरान को चेतावनी देना चाहता हूं कि अगर उसने किसी अमेरिकी या अमेरिकी ठिकाने पर हमला किया तो हमने ईरान के 52 ठिकानों की पहचान की है. (ईरान द्वारा बंधक बनाए गए 52 अमेरिकी बंदियों की याद में). इन 52 ईरानी ठिकानों में कई उच्च स्तर के हैं और ईरान और उसकी संस्कृति के लिए बेहद अहम हैं. इन ठिकानों पर बहुत तेजी से और बहुत विध्वंसक तरीके से निशाना बनाया जाएगा. इसलिए अमेरिका को और ज्यादा धमकी नहीं चाहिए.
यह भी पढ़ेंःकासिम सुलेमानी की बेटी ने डोनाल्ड ट्रंप को दी धमकी, अमेरिका से बदला लेगा हिज्बुल्ला
इजरायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतान्यहू से बातचीत करने के बाद माइक पोंपियो ने एक बयान जारी करते हुए कहा कि हमारी बातचीत का केंद्र ईरान की बदनीयती और क्षेत्रीय सुरक्षा पर मंडराता खतरा था. साथ ही माइक पोंपियो ने आतंकवाद को पराजित करने के काम में इजरायल के तत्पर सहयोग का आभार भी जताया. उन्होंने कहा कि अमेरिका और इजरायल के रिश्ते कभी नहीं टूटेंगे. गौरतलब है कि इराक पर अमेरिकी ड्रोन हमले के बाद इजरायल खुलकर ट्रंप प्रशासन के पक्ष में आ खड़ा हुआ था. शीर्ष ईरानी कमांडर कासिम सुलेमानी के मारे जाने पर इजरायल ने बयान जारी कर कहा था कि अमेरिका को आत्मरक्षा का अधिकार है.
Source : Bhasha