कोरोना महामारी से पूरी दुनिया त्राहिमाम कर रही है. ऐसे में एक बड़ी राहत की खबर सामने आई है. अमेरिकी फार्मा कंपनी फाइजर ( Pfizer) जर्मन बायोटेन फर्म बायोएनटेक द्वारा संयुक्त रूप से विकसित वैक्सीन तीसरे चरण में 90 फीसदी से अधिक प्रभावी साबित हुई है. यहीं नहीं अगर सबकुछ ठीक रहा तो इस महीने के अंत में कंपनी को वैक्सीन बेचने की मंजूरी मिल जाएगी.
वैश्विक महामारी के बीच यह उम्मीद भरी खबर है. फाइजर के अध्यक्ष और सीईओ अल्बर्ट बोरला ने एक कहा कि हमारे तीसरे चरण के ट्रायल के पहले सेट में कुछ ऐसे सबूत मिलने है जिससे यह पता चलता है कि यह कोरोना वायरस को रोकने में प्रभावी है.
सोमवार को कंपनी ने बताया कि वैक्सीन ट्रायल के दौरान 94 संक्रमितों में 90 प्रतिशत कारगर पाई गई है. इन संक्रमितों में कोरोना के कम से कम 1 लक्षण जरूर थे.
शुरुआत निष्कर्षों से पता चला है कि पहली बार डोज दिए जाने के 28 दिनों बाद और दूसरे बार दो खुराक दिए जाने के 7 दिन बाद मरीज को सुरक्षा प्राप्त हुई है.
वहीं, डोनाल्ड ट्रंप ने इसे बहुत बड़ी खबर बताते हुए कहा कि वैक्सीन जल्द ही आ रही है. 90 प्रतिशत से ज्यादा कारगर पाई गई है.
वहीं, ऑस्ट्रेलिया की सीएसएल लिमिटेड कंपनी ने सोमवार को ऑक्सफोर्ड-एस्ट्राजेनेका यूनिवर्सिटी के कोरोना वायरस वैक्सीन का उत्पादन शुरू कर दिया है. सिडनी के 2जीबी रेडियो के मुताबिक सोमवार को विक्टोरिया में वैक्सीन की 3 करोड़ खुराक के उत्पादन के दायरे में पहुंच गई है.
बता दें कि कोरोना महामारी से दुनियाभर में अब तक 12 लाख से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है और वैक्सीन का बेसब्री से इंतजार किया जा रहा है. भारत समेत कई देश कोरोना वैक्सीन बनाने में लगे हुए हैं. कई चरण में सफलता मिल चुकी है.
Source : News Nation Bureau