कश्मीर पर मध्यस्थता को लेकर अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप (Donald J. Trump) चारो तरफ से घिर गए हैं. वाशिंगटन से लेकर भारतीय संसद तक ट्रंप (Donald J. Trump) के झूठ की गूंज सुनाई दे रही है. पाकिस्तान के पीएम इमरान खान ने ट्रंप (Donald J. Trump) के साथ हुई मुलाकात में कश्मीर का जिक्र किया जिसके बाद डोनाल्ड ट्रंप (Donald J. Trump) ने कहा था कि कश्मीर पर हम मध्यस्थता को तैयार हैं.भारत के पीएम नरेंद्र मोदी ने मुझसे इस मुद्दे को सुलझाने में मदद मांगी थी.
हालांकि भारत के विदेश मंत्रालय ने अमेरिका (US)के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप (Donald J. Trump) के उस बयान को सिरे से खारिज कर दिया, जिसमें उन्होंने कहा था कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उनसे कश्मीर पर मध्यस्थता की बात कही थी. यह पहला मौका नहीं है जब ट्रंप (Donald J. Trump) झूठ बोले हों. अमेरिका (US) के राष्ट्रपति बनने से पहले ट्रंप (Donald J. Trump) ने अमेरिका (US) के लोगों से कई वादे किए थे और 'मेक अमेरिका (US) ग्रेट अगेन' का नारा दिया था. इस दौरान ट्रंप (Donald J. Trump) ने अप्रवासियों और मुस्लिम देशों को लेकर भी कई बयान दिए थे.
यह भी पढ़ेंः झूठे हैं अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप, ढाई साल के कार्यकाल में 10,796 बार की गलतबयानी
25 नवंबर 2017 को अमरीकी राष्ट्रपति ट्रंप (Donald J. Trump) का झूठ ट्विटर पर पकड़ा गया था और दुनिया के सामने उनकी बेइज्जती हुई थी. डोनाल्ड ट्रंप (Donald J. Trump) ने दावा किया था कि टाइम मैगजीन की ओर से उन्हें पर्सन ऑफ द इयर बनने का ऑफर दिया गया था, जिसे उन्होंने ठुकरा दिया था.डोनाल्ड ट्रंप (Donald J. Trump) ने 24 नवंबर 2017 को ट्विटर पर लिखा- टाइम मैगजीन ने बताया कि पिछली बार की ही तरह इस साल भी संभवत: मैं मैन (पर्सन) ऑफ द इयर चुना जाऊं. लेकिन मुझे एक इंटरव्यू देने और विस्तृत फोटो शूट के लिए तैयार होना होगा. मैंने कहा यह सही नहीं है और मना कर दिया.
Time Magazine called to say that I was PROBABLY going to be named “Man (Person) of the Year,” like last year, but I would have to agree to an interview and a major photo shoot. I said probably is no good and took a pass. Thanks anyway!
— Donald J. Trump (@realDonaldTrump) November 24, 2017
इसके बाद टाइम मैगजीन ट्रंप (Donald J. Trump) के इस दावे को सिरे से खारिज कर दिया और कहा- झूठ बोल रहे ट्रंप (Donald J. Trump). टाइम मैगजीन ने ट्वीट कर कहा कि ' राष्ट्रट्रंपति ट्रंप (Donald J. Trump) इस बारे में गलत बता रहें हैं ,टाइम्स अपने पब्लिकेशन से पहले चुने गए "पर्सन ऑफ़ द ईयर" के बारे में कोई जानकारी किसी से भी सांझा नहीं करता. अभी 6 दिसंबर को मैगजीन के पब्लिकेशन के बाद ही पता चलेगा की ये उपाधि इस बार किसकी है.
पहले भी झूठ बोलते रहे हैं ट्रंप (Donald J. Trump)
जुलाई 2018 ः फिनलैंड की राजधानी हेलसिंकी में रूस के राष्ट्रट्रंप (Donald J. Trump)ति व्लादिमीर पुतिन के साथ अमेरिकी राष्ट्रट्रपति डोनाल्ड ट्रंप (Donald J. Trump) की ऐतिहासिक मुलाकात हुई. इस मुलाकात के बाद दोनों नेताओं ने ज्वॉइंट स्टेटमेंट दिया, जिसमें ट्रंप (Donald J. Trump) ने 2016 में हुए अमेरिकी चुनाव में रूस के कथित रूप से दखल न देने के पुतिन के दावे को मान लिया.
यह भी पढ़ेंः भारत ने डोनाल्ड ट्रंप के दावे को खारिज किया, विदेश मंत्री बोले- पीएम नरेंद्र मोदी ने कभी ऐसा कुछ नहीं कहा
ट्रंप (Donald J. Trump) ने यहां तक कह दिया कि अमेरिका (US)का फेडरल इंवेस्टिगेशन ब्यूरो (FBI) ही दोनों देशों के बीच दूरियां लाने की वजह है.इस बयान पर चौतरफा घिरने और यूएस मीडिया में किरकिरी के बाद ट्रंप (Donald J. Trump) अगले ही दिन अपने बयान से पलट गए. उन्होंने सफाई दी कि हेलसिंकी में रूस के बारे में वो सब गलती से बोल गए थे.
यह भी पढ़ेंः कंगाल पाकिस्तान के प्रधानमंत्री ने भारत के परमाणु हथियारों को लेकर कही ये बड़ी बात
ट्रंप (Donald J. Trump) के ब्रिटेन दौरे के दौरान भी कुछ ऐसा ही हुआ था. दौरे से पहले उन्होंने एक इंटरव्यू में ब्रिटेन की प्रधानमंत्री थेरिसा मे की आलोचना की थी. इसके बाद थेरिसा मे से मुलाकात के बाद हुए संवाददाता सम्मेलन में पहले के बयान से पलट गए.
साल 2015 में ट्रंप (Donald J. Trump) ने ऐसे ही एक ट्वीट में लिखा था- 'मैं जानता था, टाइम मैगज़ीन मुझे कभी भी 'पर्सन ऑफ़ द ईयर' नहीं चुनेगा, जबकि मैं उनका फेवरेट हूं, उन्होंने मुझे छोड़ कर उसको चुना जो कि जर्मनी को बर्बाद कर रहा है. ट्रंप (Donald J. Trump) को 2016 में 'टाइम्स पर्सन ऑफ़ द ईयर' का टाइटल मिला था, जब वो हिलेरी क्लिंटन को हरा कर US के राष्ट्रट्रंप (Donald J. Trump)ति चुने गए थे.
यह भी पढ़ेंः कश्मीर पर बयान देकर अपने ही देश में घिर गए अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप
डोनाल्ड ट्रंप (Donald J. Trump) ने मैक्सिको की दीवार बनाने के फंड की मंजूरी के लिए भी कई झूठे दावे कर चुके हैं.डोनाल्ड ट्रंप (Donald J. Trump) कारोबार और अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव में रूस के दखल के मुद्दे पर भी कई बार झूठ बोल चुके हैं..
ट्रंप (Donald J. Trump) के झूठ और गुमराह करने वाले दावे
- अमेरिकी अखबार वॉशिंगटन पोस्ट के फैक्ट चेकर्स डेटाबेस के मुताबिक डोनाल्ड ट्रंप (Donald J. Trump) अमेरिका (US)के राष्ट्रपति बनने के बाद से 7 जून 2019 तक 869 दिनों में कुल 10 हजार 796 बार झूठ बोल चुके हैं.
- अमेरिका (US)के राष्ट्रपति बनने के बाद से ट्रंप (Donald J. Trump) ने औसतन रोजाना 12 बार झूठ बोला.
- वॉशिंगटन पोस्ट के फैक्ट चेकर्स डेटाबेस के मुताबिक, अगर अमेरिका (US)के राष्ट्रट्रपति ट्रंप (Donald J. Trump) का कोई बयान संदिग्ध लगा, तो उसकी पड़ताल की गई. इसमें ट्रंप (Donald J. Trump) के ज्यादातर बयान झूठे पाए गए.
- डोनाल्ड ट्रंप (Donald J. Trump) ने अपने कई झूठे दावे को 172 बार दोहराया.
- ट्रंप (Donald J. Trump) ने सबसे ज्यादा गुमराह करने वाले दावे इमिग्रेशन (आव्रजन) को लेकर किए हैं. इस बारे में वह 1998 दावे कर चुके हैं.
- ट्रंप (Donald J. Trump) विदेश नीति को लेकर 1179 दावे कर चुके हैं.
- व्यापार को लेकर 1113 दावे कर चुके हैं.
- अर्थव्यवस्था 992 दावे कर चुके हैं.
- नौकरियों के लिए 973 दावे कर चुके हैं.
- अन्य मामलों को लेकर वह 950 से ज्यादा दावे कर चुके हैं, जिसमें मीडिया और अपने दुश्मन कहे जाने वाले लोगों पर गुमराह करने वाले हमले शामिल हैं.
HIGHLIGHTS
- राष्ट्रपति बनने के बाद से 7 जून 2019 तक 869 दिनों में कुल 10 हजार 796 बार झूठ बोल चुके हैं.
- ट्रंप (Donald J. Trump) ने सबसे ज्यादा गुमराह करने वाले दावे इमिग्रेशन (आव्रजन) को लेकर किए हैं. इस बारे में वह 1998 दावे कर चुके हैं.