अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने ईरान के साथ परमाणु समझौते को तोड़ने का फैसला किया है। ट्रंप ने मंगलवार को व्हाइट हाउस से प्रेस कॉन्फ्रेंस कर इसकी औपचारिक घोषणा की।
ट्रंप की घोषणा के बाद ईरान ने कड़ी नाराजगी जताते हुए कहा कि कहा कि अगर समझौता तोड़ा जाता है तो वह पहले से कहीं ज्यादा यूरेनियम निकालेगा।
ईरान के राष्ट्रपति हसन रोहानी ने कहा कि, 'मैं ट्रंप के फैसले पर यूरोप, रूस, चीन से बात करूंगा।'
वहीं संयुक्त राष्ट्र के अध्यक्ष एंटेनियो गुतेरस ने परमाणु समझौते से जुड़े सभी देशों से अपील की है कि वो इस डील को न तोड़ें और साथ बने रहें।
ट्रंप ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, 'हम जानते हैं कि हम ईरान के परमाणु बम को नहीं रोक सकते। सही मायनों में ईरान समझौता गलतियों से लबरेज है। इसलिए , मैं आज ईरान परमाणु समझौते से अमेरिका के अलग होने की घोषणा कर रहा हूं।'
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ट्रंप ने कुछ देर बाद ही ईरान के खिलाफ नए प्रतिबंधों वाले दस्तावेजों पर हस्ताक्षर किए और चेतावनी देते हुए कहा कि जो भी ईरान की मदद करेगा उन्हें भी प्रतिबंध झेलना पड़ेगा।
गौरतलब है कि अपने चुनाव प्रचार के समय से ही ट्रंप ने ओबामा के शासनकाल में किए गए इस ईरान परमाणु समझौते की कई बार आलोचना की थी।
ट्रंप के इस फैसले को पूर्व राष्ट्रपति बराक ओबामा ने बड़ी गंभीर भूल करार दिया है। ओबामा ने आगाह किया है कि इससे अमेरिका की वैश्विक विश्वसनीयता को नुकसान पहुंचेगा।
वहीं अमेरिका की घोषणा के बाद रूस का कहना है कि वह ट्रंप के फैसले से बेहद निराश है।
आपको बता दें कि जुलाई 2015 में ओबामा प्रशासन के समय अमेरिका, ब्रिटेन, रूस, चीन, फ्रांस और जर्मनी के साथ मिलकर ईरान ने यह समझौता किया था।
इस समझौते के अनुसार ईरान को अपने संवर्धित यूरेनियम के भंडार को कम करना था और अपने परमाणु संयंत्रों को निगरानी के लिए खोलना था, बदले में उस पर लगे आर्थिक प्रतिबंधों में ढील दी गई थी।
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HIGHLIGHTS
- ट्रंप ने ईरान के साथ परमाणु समझौते को तोड़ने का किया फैसला
- ईरान ने जताई कड़ी नाराजगी
Source : News Nation Bureau