अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने दक्षिणी सीमा पर राष्ट्रीय आपातकाल की अपनी घोषणा के विरुद्ध पारित एक बिल को पलटने के लिए वीटो का इस्तेमाल किया. सिन्हुआ की रिपोर्ट के मुताबिक, ट्रंप ने उनके द्वारा घोषित आपातकाल को रोकने के लिए कांग्रेस द्वारा सीनेट में प्रस्ताव पारित किए जाने के एक दिन बाद शुक्रवार को इसके खिलाफ वीटो पर हस्ताक्षर किए.
ट्रंप ने सीमा दीवार के लिए फंड प्राप्त करने के लिए आपातकाल की घोषणा की है. ट्रंप ने वीटो पर हस्ताक्षर करने के बाद कहा, 'हम तत्काल दीवार का निर्माण कर रहे हैं.'
अटॉर्नी जनरल विलियम बार और गृह सुरक्षा मंत्री कर्स्टजेन नीलसन वीटो पर हस्ताक्षर के दौरान उनके साथ थे. नीलसन ने कहा, 'इस तथ्य से इंकार नहीं किया जा सकता कि यह आपातकाल की स्थिति है.'
ट्रंप के वीटो के बाद बिल वापस कांग्रेस के पास लौट गया है, जहां आने वाले सप्ताहों में प्रतिनिधि सभा द्वारा इसे फिर से उठाने के संभावना है.
आपातकाल के खिलाफ कांग्रेस का प्रस्ताव वीटो के कारण केवल प्रतीकात्मक रह जाएगा, क्योंकि विरोधियों के पास अपने राष्ट्रपति के पहले वीटो को पलटने के लिए दो-तिहाई बहुमत नहीं है.
और पढ़ें : न्यूजीलैंड मस्जिद गोलीबारी पर डोनाल्ड ट्रंप ने कहा, श्वेत राष्ट्रवाद बड़ा खतरा नहीं
इस तरह से ट्रंप मेक्सिको की सीमा पर दीवार के लिए धन देने की घोषणा का उपयोग करने में सक्षम हो जाएंगे, जिसके लिए कांग्रेस ने बजट में धन आवंटित करने से इनकार कर दिया था. प्रतिनिधि सभा पहले ही पिछले महीने प्रस्ताव के लिए मतदान कर चुकी थी और यह ट्रंप के पास वीटो के लिए जाएगा.
सदन की डेमोक्रेट अध्यक्ष नैंसी पेलोसी ने विपक्ष को शामिल करते हुए कहा, 'राष्ट्रपति ट्रंप की आपातकाल की घोषणा गैरकानूनी शक्ति हासिल करती है, जो संविधान का निरादर है.'
प्रस्ताव पर वोट के दौरान 12 रिपब्लिकन भी डेमोक्रेट के साथ शामिल हो गए. इस तरह से यह संख्या 59-41 हो गई, जो उनकी कुछ नीतियों के प्रति रिपब्लिकन की निराशा को दिखाती है.
और पढ़ें : न्यूजीलैंड की मस्जिदों में हमला के बाद से भारतीय मूल के 9 लोग लापता
वर्ष 2012 में रिपब्लिकन पार्टी के राष्ट्रपति उम्मीदवार रह चुके सीनेटर मिट रोमनी ने आपातकाल पर वोट देने से पहले कहा कि वह इस धोखे को लेकर 'वाकई चिंतित' हैं, क्योंकि राष्ट्रपति इसका दुरुपयोग कर सकते हैं. उन्होंने स्पष्ट किया कि वह सीमा सुरक्षा बढ़ाने के खिलाफ नहीं हैं.
इसके अलावा हाल ही में अमेरिकी सीनेट ने यमन में सऊदी नेतृत्व वाले गठबंधन को ट्रंप प्रशासन द्वारा सैन्य समर्थन समाप्त करने के लिए मतदान किया था.
Source : IANS