अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भारत के पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी के निधन पर शोक व्यक्त किया है. अमेरिकी राष्ट्रपति ने मंगलवार को पूर्व राष्ट्रपति के निधन पर शोक व्यक्त करते हुए कहा कि, मुझे भारत के पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी के निधन के बारे में जानकर बहुत दुख हुआ. मैं उनके परिवार और भारत के लोगों के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त करता हूं क्योंकि उन्होने एक महान नेता खो दिया है जिसका वो शोक मना रहे हैं.
I was saddened to learn of the passing of India's former President, Pranab Mukherjee. I send my condolences to his family and the people of India as they grieve the loss of a great leader.
— Donald J. Trump (@realDonaldTrump) September 1, 2020
इसके पहले अमेरिकी विदेश मंत्री माइक पोम्पिओ ने मंगलवार को कहा कि पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी के दूरदर्शी नेतृत्व से भारत को वैश्विक शक्ति के रूप में उभरने में मदद मिली तथा मजबूत अमेरिका-भारत साझेदारी का मार्ग प्रशस्त हुआ. इसके साथ उन्होंने मुखर्जी के निधन पर गहरा शोक जताया. उन्होंने कहा कि पूर्व भारतीय राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी के निधन से अमेरिका को गहरा दुख हुआ है. आधी सदी से अधिक लंबे बेहतरीन सफर में मुखर्जी ने एक सांसद, कैबिनेट मंत्री और दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र के राष्ट्रपति के रूप में भारत के लोगों की ओर से अथक प्रयास किया.
पोम्पिओ ने एक बयान में कहा, उनके दूरदर्शी नेतृत्व ने वैश्विक शक्ति के रूप में भारत के उदय में मदद की और मजबूत अमेरिका-भारत साझेदारी का मार्ग प्रशस्त किया. उन्होंने कहा, राष्ट्रपति मुखर्जी की कई उपलब्धियों के कारण भारत अधिक समृद्ध और सुरक्षित बना. विदेश मंत्री और रक्षा मंत्री के रूप में, उन्होंने ऐतिहासिक भारत-अमेरिका असैन्य परमाणु करार और अमेरिका-भारत रणनीतिक साझेदारी की नींव में में अहम भूमिका निभायी.... उन्होंने कहा कि कुछ ही भारतीय राजनेताओं ने 21 वीं सदी में वैश्विक नेतृत्व के लिए भारत को तैयार करने में अधिक महत्वपूर्ण भूमिका निभाई. उन्होंने कहा, अमेरिकी लोगों की ओर से, हम शोक की इस घड़ी में भारत के लोगों और मुखर्जी के परिवार के प्रति अपनी गहरी संवेदना व्यक्त करते हैं.
मंगलवार दोपहर दिल्ली के लोधी रोड विद्युत शवदाह गृह में पूरे राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया. इस दौरान सेना की टुकड़ी ने पूर्व राष्ट्रपति को गार्ड ऑफ ऑनर और तोपों की सलामी दी. परिजनों और रिश्तेदारों ने कोविड-19 से बचाव के दिशा-निर्देशों के अनुरूप पीपीई किट में मुखर्जी को अंतिम विदाई दी. प्रणब के पुत्र अभिजीत मुखर्जी ने उनका अंतिम संस्कार किया. इससे पहले मुखर्जी का पार्थिव शरीर फूलों से सजे वाहन में श्मशान गृह लाया गया. उनके पार्थिव शरीर पर तिरंगा लिपटा हुआ था. उल्लेखनीय है कि 84 वर्षीय मुखर्जी का सोमवार शाम को दिल्ली छावनी स्थित सेना के रिसर्च ऐंड रेफरल अस्पताल में निधन हो गया था. वह 21 दिनों से अस्पताल में भर्ती थे.
मुखर्जी के निधन के बाद दुनिया भर में उन्हें श्रद्धांजलि दी जा रही है. राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद, उपराष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और तीनों सेनाओं के प्रमुखों सहित विभिन्न राजनीतिक दलों के नेताओं और कई गणमान्य व्यक्तियों ने यहां मुखर्जी को श्रद्धांजलि अर्पित की. अस्पताल से पूर्व राष्ट्रपति के पार्थिव शरीर को फुलों से सुसज्जित एक सफेद वाहन में आज उनके सरकारी निवास 10, राजाजी मार्ग लाया गया, जहां गणमान्य व्यक्तियों ने उन्हें श्रद्धांजलि दी.
Source : News Nation Bureau