अमेरिका में सरकारी कामकाज ठप होने के दूसरे दिन सीनेटर सरकारी खर्च संबंधी विधेयक पर सहमति बनाने का प्रयास कर रहे हैं।
हालांकि, डेमोक्रेटिक और रिपब्लिकन सीनेटर इस कामबंदी के लिए एक-दूसरे को जिम्मेदार भी बता रहे हैं।
बीबीसी के मुताबिक, डेमोक्रेट सांसद चाहते हैं कि राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप बजट पर सहमति के लिए पहले आव्रजन पर चर्चा करें लेकिन रिपब्लिकन का कहना है कि इस संबंध में कोई समझौता संभव नहीं है। इस वजह से अल्पकालिक व्यय विधेयक पारित नहीं हुआ और सभी संघीय सेवाएं ठप पड़ गईं हैं।
ट्रंप ने इस गतिरोध को खत्म करने के लिए सामान्य बहुमत वोट का आह्वान किया है।
सीनेट के नियमों के तहत विपक्षियों द्वारा खड़े किए गए अवरोधों को दूर करने के लिए विधेयक को 100 सदस्यीय सदन में 60 वोटों की जरूरत है।
सीनेट में रिपब्लिकन के पास मौजूदा समय में 51 सीनेटर हैं और इस बजट को पारित करने के लिए कुछ डेमोक्रेट के सहयोग की भी जरूरत होगी।
रूस, अमेरिका ने सीरिया में तुर्की के सैन्य अभियान पर चर्चा की
लेकिन, ट्रंप का कहना है कि बहुमत वोट हासिल करने के लिए 'न्यूक्लियर' विकल्प जरूरी है। न्यूक्लियर विकल्प एक संसदीय प्रक्रिया है, जिसके तहत अमेरिकी सीनेट किसी भी नियम को निरस्त कर सकती है।
रिपब्लिकन सीनेट नेता मिच मैक्कॉनेल का कहना है कि आठ फरवरी तक सरकारी खर्च मुहैया कराने वाले विधेयक पर सोमवार को मतदान होगा।
देशभर में संघीय सेवाएं ठप हैं और हजारों की संख्या में संघीय कर्मचारी अवैतनिक छुट्टी पर चले गए हैं।
देश में आखिरी बार 2013 में 16 दिनों के लिए सरकारी कामकाज ठप पड़ा था।
अमेरिका में ट्रंप सरकार पर आर्थिक संकट, बंदी की कगार पर पहुंचे सरकारी दफ्तर
Source : IANS