पाकिस्तान पर दिनोंदिन शिकंजा कसता जा रहा है। अब अमेरिका ने पाकिस्तान को सुरक्षा सहायता के रूप में दी जाने वाली 2 अरब अमेरिकी डॉलर की राशि पर रोक लगा दी है।
व्हाइट हाउस के एक अधिकारी ने कहा, 'हमने पाकिस्तान द्वारा आतंक पर लगाम न लगा पाने और अफगान, तालिबान, हक्कानी नेटवर्क जैसे आतंकवादी समूहों को बंद करने में विफल रहने के कारण यह सहायता रोक दी है।'
उन्होंने कहा, 'यह कदम अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प के निर्देश पर लिया गया है जो आतंकवादी समूहों पर पाकिस्तान की विफलता से निराश हैं।'
पाकिस्तान के साथ चार महीनों तक उच्च स्तरीय वार्ता करने के बावजूद राष्ट्रपति ट्रम्प को प्राप्त होने वाली जानकारी संतोषजनक नहीं थी, जिसके परिणामस्वरूप उन्होंने पाकिस्तान की सुरक्षा सहायता को रोकने का निर्णय लिया।
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हालांकि, उन्होंने कहा कि अगर पाकिस्तान आतंकवादियों और आतंकी समूहों के खिलाफ निर्णायक कार्रवाई करता है तो इस रोक को हटाया जा सकता है।
उन्होंने पाकिस्तान के आरोपों को नकारते हुए कहा अमेरिका भारत की भाषा नहीं बोल रहा है। यह अमेरिकी राष्ट्रपति और प्रशासन की भाषा है।
गौरतलब है कि ट्रंप ने 2018 के पहले दिन अपने पहले ट्वीट में पाकिस्तान पर धोखे और विश्वासघात का आरोप लगाया और इस्लामाबाद को दी जाने वाली सभी मदद रोक दी। ट्रंप ने कहा था कि जिन आतंकियों को हम अफगानिस्तान में ढूंढ रहे हैं, उन्हें पाकिस्तान ने अपने यहां सुरक्षित आश्रय दे रखा है।
ट्रंप ने कहा था कि पिछले 15 सालों के दौरान अमेरिका ने पाकिस्तान को 33 अरब डॉलर की मदद दी और बदले में उसे आतंक की लड़ाई के नाम पर केवल 'झूठ' ही मिला।
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Source : News Nation Bureau