राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के सात देशों के लोगों के अमेरिका आने पर प्रतिबंध लगाए जाने के बाद वहां की बड़ी तकनीकी कंपनियों ने राष्ट्रपति के इस फैसले के खिलाफ केस कर दिया है।
राष्ट्रपति पद संभालने के बाद ट्रंप ने ईरान, इराक, लीबिया, सोमालिया, सुडान, सीरिया और यमन के नागरिकों के अमेरिका में एंट्री पर रोक लगा दी थी।
अमेरिका के चार राज्यों ने इस फैसले का विरोध करते हुए कोर्ट में याचिका दायर की थी। रविवार को ही राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को अमेरिकी अदालत से करारा झटका लगा था। अदलात ने ट्रंप सरकार के उस प्रस्ताव को ठुकरा दिया था जिसमें उन्होंने सात मुस्लिम देशों के नागरिकों के अमेरिकी यात्रा पर प्रतिबंध को तत्काल बहाल किए जाने की मांग की थी।
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इससे पहले अमेरिका के सिएटल में एक अदालत ने राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के उस आदेश पर अस्थायी रोक लगा दी थी, जिसके तहत उन्होंने सात मुस्लिम देशों से यहां प्रवेश पर कुछ समय के लिए प्रतिबंध लगा दिया था।
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ट्रंप के यात्रा प्रतिबंध के आदेश के खिलाफ सबसे पहले वाशिंगटन राज्य ने अपील दायर की थी। बाद में मिनेसोटा ने भी इसका समर्थन किया था। फर्गुसन ने ट्रंप के इस आदेश को गैर-कानूनी और असंवैधानिक करार दिया, क्योंकि यह धर्म के आधार पर लोगों में भेदभाव करता है। ट्रंप के इस फैसले का अमेरिका की बड़ी टेक कंपनी गूगल और फेसबुक ने भी विरोध किया था।
Source : News Nation Bureau