अमेरिकी (US) कार्रवाई के विरोध में अब ईरान (Iran) ने बड़ी सैन्य कार्रवाई करते हुए ईराक के अल असल एयरबेस पर बड़ा हमला किया है. लेकिन ईरान ने हमला करने के लिए इसी जगह को क्यों चुना, यह काफी महत्वपूर्ण है. इस जगह पर अमेरिकी की सेना है, यह माना जाता है, ईरान (Iran) ने बुधवार रात को बगदाद एयरपोर्ट (Baghdad Airport) पर जमीन से जमीन पर मार करने वाली कुल 12 बैलिस्टिक मिसाइलों से अमेरिकी एयरबेस पर हमला कर दिया. पेंटागन ने भी इस हमले की पुष्टि की है. साथ ही हमले की जानकारी अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को भी दी गई है. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, ईरान ने इराक के अल असद और इरबिल बेस पर अमेरिकी एयरबेस को निशाना बनाते हुए मिसाइलें दागी हैं.
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अमेरिकी राष्ट्रपति हालात पर पैनी नजर बनाए हुए हैं. बताया यह भी जा रहा है कि अमेरिकी राष्ट्रपति थोड़ी ही देर में राष्ट्र को संबोधित करेंगे. अमेरिकी रक्षा मंत्रालय पेंटागन ने भी साफ किया है कि ये मिसाइलें ईरान ने ही दागी हैं. पेंटागन ने कहा है कि हम अमेरिकी जनता की भलाई के लिए हरसंभव काम करेंगे. एपीएफ न्यूज एजेंसी के मुताबिक ईरान के इस हमले के बाद ऑयल प्राइस में करीब 3.5 फीसदी की वृद्धि होने की उम्मीद है. अब आप जानिए यह एयरबेस क्यों खास है और अमेरिका के लिए यह क्यों महत्वपूर्ण हो जाता है.
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आइन अल असद एयरबेस वेस्टर्न इराक में मौजूद है. जहां हमला हुआ है वह एयरबेस राजधानी बगदाद से करीब 160 किलोमीटर की दूरी पर है. बड़ी बात यह भी है कि यह इराकी और अमेरिकी सेना का अहम ठिकाना भी है. कभी इसी सैन्य ठिकाने का इस्तेमाल ब्रिटिश फौज भी किया करती थी. वहीं अल-असद एयरबेस इराक में अमेरिका का दूसरा बड़ा ठिकाना है. इसलिए ईरान ने इसे हमले के लिए चुना. यहां पर अमेरिकी सेना की कई अहम इकाई एयरबेस पर मौजूद बताए जाते हैं. पिछले महीने ही यानी 26 दिसंबर 2018 को अमेरिकी राष्ट्रपित डोनाल्ड ट्रंप और मेलानिया ने इस एयरबेस का दौरा किया था. वहीं इससे कुछ ही दिन पहले 23 नवंबर 2019 में अमेरिका के उप राष्ट्रपति ने किया दौरा था.
Source : News Nation Bureau