अमेरिका ने सिख श्रद्धालुओं के वास्ते वीजा मुक्त यात्रा सुगम बनाने के लिए भारत और पाकिस्तान के बीच करतारपुर गलियारे के निर्माण का स्वागत किया है और कहा है कि ट्रंप प्रशासन ऐसे किसी भी कदम का बेहद समर्थन करता है जो दोनों पड़ोसी देशों के लोगों के बीच संबंधों को बढ़ाता है. यह गलियारा पाकिस्तान के करतारपुर में दरबार साहिब को पंजाब के गुरदासपुर जिले में डेरा बाबा नानक गुरूद्वारे से जोड़ेगा और यह भारतीय सिख श्रद्धालुओं के लिए वीजा मुक्त आवागमन सुगम बनाएगा.
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इसके बाद श्रद्धालुओं को करतारपुर साहिब की यात्रा के लिए केवल एक परमिट प्राप्त करना होगा जिसकी स्थापना 1522 में गुरु नानक देव ने की थी. गलियारे के बारे में पूछे जाने पर अमेरिका की विदेश विभाग के प्रवक्ता मोर्गन ओर्टागुस ने संवाददाताओं से कहा कि यह निश्चित तौर पर एक अच्छी खबर है, हम इसे प्रोत्साहित करते हैं. उन्होंने कहा, हम ऐसे किसी भी बात का बहुत समर्थन करते हैं जो भारत और पाकिस्तान के लोगों के बीच संबंधों के बढ़ावा देता है.
पाकिस्तान भारतीय सीमा से गुरूद्वारा दरबार साहिब तक एक गलियारे का निर्माण कर रहा है जबकि डेरा बाबा नानक से सीमा तक दूसरे हिस्से का निर्माण भारत द्वारा किया जाएगा. करतारपुर साहिब डेरा बाबा नानक गुरूद्वारे से करीब चार किलोमीटर दूर पाकिस्तान के नरोवाल जिले में स्थित है. उप राष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू और पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने गत वर्ष 26 नवम्बर को गुरदासपुर जिले में करतारपुर गलियारे की आधारशिला रखी थी. दो दिन बाद पाकिस्तानी प्रधानमंत्री इमरान खान ने लाहौर से 125 किलोमीटर दूर नरोवाल में गलियारे की आधारशिला रखी थी.
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बता दें कि पाकिस्तान, करतारपुर में गुरुद्वारा दरबार साहिब के लिए 14 गुना अधिक यानि 42 एकड़ जमीन आवंटित करेगा. पाकिस्तान के पंजाब प्रांत के गवर्नर ने कहा है कि करतारपुर गलियारे पर 80 प्रतिशत कार्य पूरा हो चुका है. यह गलियारा पाकिस्तान के करतारपुर में दरबार साहिब को गुरदासपुर जिले में डेरा बाबा नानक गुरुद्वारे को जोड़ेगा. भारतीय सिख श्रद्धालु इससे वीजा मुक्त आवाजाही कर पाएंगे.
‘दि न्यूज’ के मुताबिक, पंजाब के गवर्नर चौधरी मोहम्मद सरवर ने मंगलवार को करतारपुर में गुरुद्वारा दरबार साहिब के लिए जमीन आवंटन तीन एकड़ से बढ़ाकर 42 एकड़ करने की घोषणा की. उन्होंने कहा कि जमीन पर किसी भी प्रकार का निर्माण नहीं होगा. परियोजना पर कार्य की रफ्तार की समीक्षा के लिए गलियारे का दौरा करने के दौरान सरवर ने कहा, हम दुनियाभर में रह रहे सिख भाइयों को यह संदेश देना चाहते हैं कि गुरुद्वारा दरबार साहिब करतारपुर के लिए जमीन में कटौती नहीं होगी. इसकी बजाए, गुरुद्वारा दरबार साहिब के लिए 42 एकड़ जमीन और खेती के लिए 62 एकड़ जमीन आवंटित की जा रही है.
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उन्होंने कहा, इस तरह, गुरुद्वारा दरबार साहिब के लिए कुल 104 एकड़ जमीन दी जाएगी. धार्मिक पर्यटन और धरोहर के लिए कमेटी के प्रमुख गवर्नर ने कहा कि करतारपुर कॉरिडोर के लिए कुल 408 एकड़ जमीन दी जाएगी. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री इमरान खान के दृष्टिकोण को ध्यान में रखते हुए करतारपुर गलियारे का 80 प्रतिशत काम पूरा हो चुका है और उम्मीद है कि इस साल गुरु नानक की 550 वीं जयंती के पहले इसे पूरा कर लिया जाएगा. उन्होंने उम्मीद जतायी कि भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी करतारपुर गलियारे के शुभारंभ समारोह में शिरकत करेंगे.