अमेरिका ने आतंकी संगठन तहरीक-ए-तालिबान (टीटीपी) के मुख्य नेता मौलाना फजलुल्ला का पता बताने वाले के लिए 5 मिलियन डॉलर ईनाम की घोषणा की है।
शुक्रवार को अमेरिकी विदेशी विभाग ने अपने न्याय कार्यक्रम के तहत तालिबान के प्रमुख आतंकी मौलाना फजलुल्ला की गिरफ्तारी के लिए 5 बिलियन डॉलर और जमात उल-अहरार के अब्दुल वाली और लश्कर-ए-इस्लाम के मंगल बाग के लिए 3 मिलियन डॉलर की घोषणा की।
बता दें कि तालिबान के फजलुल्ला ने ही शांति के लिए नोबेल विजेता मलाला युसुफजई के साल 2012 में हत्या करने का आदेश दिया था। मलाला ने उस वक्त लड़कियों के शिक्षा के अधिकार और खुले तौर पर तालिबान और फजलुल्ला की आलोचना की थी।
अफगानिस्तान में स्थित आतंकी संगठन तालिबान पाकिस्तान और अन्य देशों में कई आतंकी घटनाओं को अंजाम दे चुका है।
अमेरिकी विदेशी विभाग के मुताबिक, फजलुल्ला ने पाकिस्तान और अमेरिका के खिलाफ कई आतंकी घटनाओं की जिम्मेदारी का दावा कर चुका है। उस पर जून 2012 में 17 पाकिस्तानी जवानों के सिर कलम करने का आरोप है।
फजलुल्ला के नेतृत्व में ही तालिबान ने 16 दिसंबर 2014 को पाकिस्ताने के पेशावर में स्कूल पर हमला कर 148 लोगों को गोलियों से भून डाला था जिसमें 132 बच्चे थे।
2015 में अमेरिकी विदेश मंत्रालय ने एग्जिक्युटिव ऑर्डर 13224 के तहत फजलुल्ला को वैश्विक आतंकी की विशेष सूची में शामिल किया था जिसके बाद अमेरिका में उसकी सारी संपत्ति को सीज कर लिया गया था।
अमेरिका ने यह घोषणा तब की है कि जब पाकिस्तान की विदेश सचिव तहमनीना जंजुआ दो दिनों के अमेरिकी दौरे पर है।
अमेरिका का न्याय कार्यक्रम के लिए ईनाम विदेश मंत्रालय की ओर से राजनयिक सुरक्षा सेवाओं के लिए लागू किया गया था। 1984 में इस कार्यक्रम में लागू होने के बाद आतंकियों को सामने लाने में अमेरिका ने 90 से अधिक लोगों को अब तक 145 मिलियन डॉलर खर्च कर चुका है।
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Source : News Nation Bureau