अमेरिका ने एक बार फिर पाकिस्तान को कड़ी फटकार लगाते हुए कहा है कि वह आतंकवाद के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करे. अमेरिकी विदेश मंत्रालय ने दोहराया है कि पाकिस्तान आतंकियों को सुरक्षित जगह प्रदान नहीं करने और उनकी फंडिंग पर प्रतिबंध लगाने के लिए संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (UNSC) की प्रतिबद्धता का पालन करे. अमेरिका ने साथ ही भारत-पाकिस्तान को स्थिरता की ओर लौटने के लिए सीमा पार सैन्य कार्रवाई को बंद करने का आग्रह किया है.
अमेरिका विदेश मंत्रालय के मुताबिक, 'सीमापार आतंकवाद जैसे हाल ही में भारत के केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल पर 14 फरवरी को हुआ, यह क्षेत्र की सुरक्षा के लिए बड़ा खतरा है. हम पाकिस्तान से आतंक के खिलाफ कार्रवाई करने के लिए संयुक्त राष्ट्र की प्रतिबद्धता को स्वीकारने की अपील करते हैं.'
इसके साथ ही अमेरिका ने स्थिति को सुधारने के लिए दोनों देशों को प्रत्यक्ष वार्ता के जरिये या दूसरी तरह शीघ्र कदम उठाने की मांग की है. बयान के मुताबिक, 'आगे की सैन्य कार्रवाई स्थिति को खराब कर सकती है.'
अमेरिका का यह बयान पुलवामा आतंकी हमले में जैश-ए-मोहम्मद (JeM) की संलिप्तता की विस्तृत जानकारी के साथ डॉजियर सौंपे जाने के बाद आया है. 14 फरवरी को हुए इस क्रूर हमले की जिम्मेदारी जैश ने ली थी.
इसके अलावा अमेरिका, ब्रिटेन और फ्रांस ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में मसूद अजहर को ब्लैक लिस्ट करने के लिए प्रस्ताव लाया है. तीनों देशों ने 15 सदस्यीय संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद प्रतिबंध समिति को कहा कि मसूद अजहर के हथियारों पर व्यापारिक रोक, वैश्विक यात्रा पर रोक और संपत्ति जब्त किया जाय.
माइक पॉम्पियो ने सुषमा स्वराज से की बात
अमेरिकी विदेश मंत्री माइक पोम्पियो ने भारत और पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव के मद्देनजर विदेश मंत्री सुषमा स्वराज के साथ बुधवार को बातचीत की और क्षेत्र में शांति कायम रखने के अपने साझा लक्ष्य पर बल दिया.
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बयान में पोम्पियो ने कहा था, 'मैंने सुरक्षा को लेकर हमारी करीबी साझेदारी और क्षेत्र में शांति और स्थिरता बनाए रखने के साझा लक्ष्य पर जोर देने के लिए भारतीय विदेश मंत्री सुषमा स्वराज के साथ बातचीत की.'
Source : News Nation Bureau