रूस के पूर्व जासूस सर्गेइ स्क्रिपल और उनकी बेटी को ब्रिटेन में नर्व एजेंट से मारने के प्रयास के चलते अमेरिका, मॉस्को पर अधिक प्रतिबंध लगाने के लिए कमर कस चुका है। सीएनएन के मुताबिक, अमेरिकी विदेश विभाग की प्रवक्ता हीथर नॉअर्ट ने बुधवार को जारी बयान में कहा कि अमेरिका ने यह फैसला सोमवार को लिया था और रूस को अंतर्राष्ट्रीय कानून का उल्लंघन करने का दोषी पाया।
बयान में कहा गया कि यह प्रतिबंध 22 अगस्त के आसपास प्रभावी होंगे और रासायनिक एवं जैविक हथियार नियंत्रण और वारफेयर एलिमिनेशन एक्ट 1991 के अधीन होंगे।
इस अधिनियम के तहत 2013 में सीरिया पर भी प्रतिबंध लगाए गए थे। सीरिया ने तब उत्तर कोरिया के खिलाफ वीएक्सल नर्व एजेंट का इस्तेमाल किया था। इसका इस्तेमाल मलेशिया में किम जोंग उन के सौतेले भाई की हत्या के दौरान किया गया था।
गौरतलब है कि सर्गेइ स्क्रिपल और उनकी बेटी यूलिया को मार्च में नर्व एजेंट के हमले के बाद अस्पताल में भर्ती कराया गया था। यूलिया को अप्रैल में अस्पताल से छुट्टी दी गई जबकि उनके पिता को मई में डिस्चार्ज किया गया।
अमेरिकी विदेश विभाग ने 1991 के कानून के तहत प्रथम दौर के प्रतिबंधों से बुधवार को कांग्रेस को वाकिफ कराया। यदि रूस इस दिशा में उचित कदम नहीं उठाता तो रूस पर दूसरे दौर के और कड़े प्रतिबंध लगाए जाएंगे।
पहले दौर के प्रतिबंधों में अमेरिका से रूस निर्यात किए जाने वाले सैन्य उपकरणों और सामग्रियों पर प्रतिबंध लगाया जाएगा। ब्रिटेन ने अमेरिका के इस कदम का स्वागत किया है।
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हालांकि संयुक्त राष्ट्र में रूस के प्रथम उपस्थाई प्रतिनिधि दमित्री पोलीनस्काइ ने बुधवार को इन प्रतिबंधों को खारिज किया।
उन्होंने ट्वीट कर कहा, 'बेतुकी चीजें जारी हैं। कोई साक्ष्य नहीं हैं, कोई सुराग नहीं हैं, कोई तर्क नहीं है सिर्फ अटकलें लगाई जा रही हैं। सिर्फ एक ही नियम है कि हर चीज के लिए रूस को जिम्मेदार ठहराओ। फिर चाहे, जितनी भद्दी और बेतुकी क्यों न हो। चलो, अमेरिका के संयुक्त प्रतिंबध का स्वागत करें।'
Source : IANS