अफगानिस्तान में तालिबान आंदोलन के प्रतिनिधियों के साथ उज्बेकिस्तान सीमा सुरक्षा मुद्दों पर करीबी संपर्क बनाए हुए है।
ताशकंद में विदेश मंत्रालय ने मंगलवार को एक बयान में यह जानकारी दी।
बयान में कहा गया, हम एक समावेशी सरकार बनाने की तैयारी के बारे में अंतर-अफगान बलों के बयानों का समर्थन करते हैं।
समाचार एजेंसी सिन्हुआ ने बताया कि मंत्रालय के अनुसार, उज्बेकिस्तान अफगानिस्तान में स्थिति के विकास पर बारीकी से नजर रख रहा है और उम्मीद है कि दोहा में अंतर-अफगान वार्ता के ढांचे में एक व्यापक शांति हासिल की जाएगी।
बयान में कहा गया है, हमें विश्वास है कि इस दिशा में स्थिति के विकास से राष्ट्रीय समझौते की उपलब्धि होगी और एक मजबूत और सक्षम राष्ट्र के गठन के लिए स्थितियां पैदा होंगी।
इसमें कहा गया है कि उज्बेकिस्तान अफगानिस्तान के साथ पारंपरिक मैत्रीपूर्ण और अच्छे-पड़ोसी संबंध बनाए रखने और देश के आंतरिक मामलों में गैर-हस्तक्षेप के सिद्धांत का पालन करने के लिए अपनी प्रतिबद्धता की ²ढ़ता से घोषणा करता है।
मंत्रालय ने कहा कि काबुल में ताशकंद के राजनयिक मिशन और उज्बेकिस्तान और ताजिकिस्तान के साथ सीमाओं के करीब स्थित एक प्रमुख अफगान आर्थिक केंद्र मजार-ए-शरीफ हमेशा की तरह काम कर रहे हैं।
इसमें कहा गया है कि उज्बेकिस्तान की सीमा का उल्लंघन करने के किसी भी प्रयास को देश के कानून के अनुसार सख्ती से दबाया जाएगा।
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Source : IANS