कोरोना वायरस ने दुनिया भर में कहर बरपा रखा है, कई देशों ने इस वायरस के प्रभाव को खत्म करने के लिए जोर शोर से वैक्सीनेशन करवा रहे है. वही हॉन्ग कॉन्ग की सरकार ने अपने देश के नागरिकों से ये अपील की है कि हॉन्ग कॉन्ग में रहने वाले लोग अगर कहीं सफर करने की चाह रखते हैं, तो उन्हें इसके लिए कोविड-19 के खिलाफ टीका अनिवार्य रूप से लगाना होगा. मुख्य कार्यकारी कैरी लैम ने रविवार को इसकी घोषणा की. लैम ने सोशल मीडिया पर लिखा, "जब एसएआर (विशेष प्रशासनिक क्षेत्र) सरकार द्वारा अन्य देशों या स्थानों के साथ यात्रा संबंधित व्यवस्थाओं पर चर्चा की गई, तो यह सुनिश्चित किया गया कि हॉन्ग कॉन्ग के निवासियों का टीकाकरण करवाना जरूरी होगा ताकि विदेश में होने के दौरान भी वे संक्रमण की चपेट में न आए और अपने साथ यहां वायरस को वापस न लेकर आए." लैम ने इस दौरान महामारी से निपटने के लिए सरकार की योजनाओं के बारे में भी चर्चा किया और बताया कि अपेक्षाकृत कम लोगों ने टीकाकरण का लाभ उठाया है.
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डीपीए समाचार एजेंसी की रिपोर्ट के मुताबिक, हॉन्ग कॉन्ग में अभी तक 20 फीसदी लोगों ने भी टीका नहीं लगवाया है. हॉन्ग कॉन्ग इस दिशा में संघर्षरत है. जबकि विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) का कहना है कि हर्ड इम्युनिटी हासिल करने के लिए किसी भी आबादी के लिए कम से कम 60 प्रतिशत टीकाकरण जरूरी है. आलोचकों का इस विषय पर कहना है कि सरकार पर यहां की जनता पूर्ण रूप से विश्वास नहीं करती है इसलिए टीकाकरण के रास्ते मुश्किलें आ रही हैं. यहां दो साल तक सरकार विरोधी प्रदर्शन किए गए हैं, जिस पर एक साल पहले लागू हुए राष्ट्रीय सुरक्षा कानून के साथ विराम लगाया जा चुका है. हालांकि इसका शहर में एक बड़ा परिवर्तन देखने को मिला है.
HIGHLIGHTS
- सफर करने की चाह रखने वाले को कोविड-19 के खिलाफ टीका अनिवार्य रूप से लगाना होगा
- हॉन्ग कॉन्ग में अभी तक 20 फीसदी लोगों ने भी टीका नहीं लगवाया है
- लैम ने इस दौरान महामारी से निपटने के लिए सरकार की योजनाओं के बारे में भी चर्चा की
Source : IANS