पहली अश्वेत और दक्षिण एशियाई महिला के तौर पर एक प्रमुख अमेरिकी पार्टी से उप-राष्ट्रपति (Vise President) पद के लिए उम्मीदवार के रूप में नामित होकर कमला हैरिस (Kamala Harris) ने इतिहास रच दिया है. इस मौके पर उन्होंने अपनी मां को बहुत याद किया. बुधवार की रात विस्कॉन्सिन के चेज सेंटर में पार्टी के नेशनल कंवेंशन में अपनी मां के बारे में उन्होंने कहा, 'काश आज रात वो यहां होतीं, लेकिन मुझे पता है कि वह आज रात मुझे देख रही हैं.'
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तमिलनाडु की थीं कमला की मां
हैरिस की मां श्यामला गोपालन भारत के तमिलनाडु राज्य की थीं, उनका करीब एक दशक पहले निधन हो चुका है, लेकिन अब भी वह कमला हैरिस के जीवन में एक ताकत बनी हुई हैं. कैलिफोर्निया की इस सीनेटर के सबसे महत्वपूर्ण भाषणों में से एक में गोपालन का जिक्र बार-बार आया. गहरे बरगंडी रंग के पैंटसूट में सजी हैरिस ने उप-राष्ट्रपति के उम्मीदवार के रूप में इस अहम कार्यक्रम में अपना शानदार भाषण दिया. कार्यक्रम में पूर्व राष्ट्रपति बराक ओबामा, पूर्व विदेश मंत्री हिलरी क्लिंटन, सदन के सभापति नैन्सी पेलोसी और पूर्व प्रतिनिधि गैबी गिफर्डस भी शामिल थे.
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मां के सिखाए मूल्यों की चर्चा
इस मौके पर हैरिस ने उन मूल्यों पर भी बात की, जो उन्हें उनकी मां ने सिखाए थे. उन्होंने कहा, 'विश्वास से चलना, ना कि केवल दृष्टि से और अमेरिकियों की पीढ़ियों के लिए एक ऐसे विजन से काम करना जो कि जो बाइडन में है.' हैरिस के माता-पिता 1960 के दशक की शुरूआत में बर्कले में कैलिफोर्निया विश्वविद्यालय के डॉक्टरेट छात्रों के रूप में मिले थे. जमैका निवासी उनके पिता डोनाल्ड हैरिस अर्थशास्त्र और उनकी मां ने पोषण और एंडोक्रिनोलॉजी का अध्ययन किया था.
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पीढ़ियों के समर्पण का वसीयतनामा
अपनी विरासत का हवाला देते हुए हैरिस ने अपने संबोधन में कहा, 'मेरे सामने पीढ़ियों के समर्पण का एक वसीयतनामा है.' अपनी उम्मीदवारी स्वीकार करते हुए उन्होंने आगे कहा, 'मैं संयुक्त राष्ट्र अमेरिका के उप-राष्ट्रपति के पद पर आपका नामांकन स्वीकार करती हूं.' वायरस को लेकर ट्रम्प की अव्यवस्था पर हैरिस ने कहा, 'लगातार फैलाई गई अराजकता ने हमें भटकने के लिए छोड़ दिया है, यह हमें भयभीत करती है.'