रूस-यूक्रेन युद्ध ( Russia- Ukraine War) लगातार 43वें दिन भी जारी है. यूक्रेन के ईस्टर्न इलाके में भी अब रूस की सेना का हमला बढ़ गया है. रूसी सेना ने बुधवार को खार्किव के एक ऑयल डिपो पर हमला कर उसे तबाह कर दिया. इस बीच गुरुवार को बूचा अटैक मामले में संयुक्त राष्ट्र ( United Nations) ने जनरल असेंबली की बैठक बुलाई है. रूस को ह्यूमन राइट्स काउंसिल (UNHRC) से बाहर निकालने के लिए इस बैठक में वोटिंग कराई जा सकती है. UNHRC में कुल 47 सदस्य देश शामिल हैं.
अमेरिका सहित तमाम NATO देशों में UNGA की अहम बैठक और वोटिंग को लेकर तैयारी पूरी हो चुकी हैं. रूस पर यूक्रेन के बूचा शहर में भी नरसंहार के आरोप लगे हैं. अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन ने साफ कहा कि बूचा में युद्ध अपराध (War Crime) हुआ है. अमेरिकी संसद में रूसी वॉर क्राइम की जांच की मांग की गई. इसके लिए बिल को बुधवार रात वोटिंग के बाद पास किया गया. 418 सांसदों ने समर्थन में वोट किया. वहीं 6 रिपब्लिकन सांसदों ने प्रस्ताव के खिलाफ वोटिंग किया.
पुतिन की दोनों बेटियों पर अमेरिकी प्रतिबंध
इसके बाद यूक्रेन के बूचा शहर में रूस के हमले में बड़ी संख्या में आम नागरिकों के मारे जाने के बाद अमेरिका ने रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की दोनों बेटियों पर बैन लगा दिया है. अमेरिका ने कहा कि पुतिन की दोनों बेटियां रूस में सरकार के साथ काम करती हैं. इसलिए यह फैसला किया गया है. पेंटागन ने कहा कि रूस की सेना यूक्रेन के कीव और चेर्निहीव शहर से हट चुकी है. रूस ने अपनी सेना को अब यूक्रेन के ईस्ट जोन में तैनात कर दिया है.
भारत ने भी की बूचा हमले की निंदा
बूचा में आम लोगों के मारे जाने पर दुनियाभर में रूस की आलोचना हो रही है. फ्रांस ने कहा है कि यह आतंक फैलाने का नया कदम है. फ्रांस के राष्ट्रपति मैक्रॉ ने यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की से बात की और घटना के दोषियों को सख्त से सख्त सजा देने की मांग की है. वहीं ब्रिटेन ने कहा कि दुनिया रूस का यह डरावना चेहरा देख रही है. भारत ने भी इस हमले की निंदा की है. विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने रूस का नाम लिए बिना UNSC मीटिंग में साफ कहा कि खून बहाकर और मासूमों को मारकर किसी भी समस्या का हल नहीं निकाला जा सकता.
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ध्वस्त हुआ मारियुपोल- बूचा में सिर्फ मलबा
बूचा हमले को लेकर मारियुपोल के मेयर वादिम बॉयचेंको ने कहा कि शहर में अब तक 210 बच्चों समेत 5100 नागरिकों की मौत हो चुकी है. वहीं, रूस के मिसाइल हमले में 50 लोग जिंदा जल गए हैं. ये सभी लोग मानवीय मदद लेने के लिए एक जगह जमा थे. रूसी हमले में यूक्रेन के मारियुपोल शहर का करीब 90 फीसदी बेसिक इंफ्रास्ट्रक्चर ढह चुका है. वहीं बूचा में रूसी अटैक के बाद केवल खंडहर और मलबा दिखाई दे रहा है. अपनी जान बचाने के लिए लोग सुरक्षित ठिकानों की तरफ भाग रहे हैं.
HIGHLIGHTS
- रूस को UNHRC से बाहर निकालने के लिए UNGA बैठक में वोटिंग
- अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन ने कहा कि बूचा में युद्ध अपराध हुआ है
- बूचा हमले में आम लोगों के मारे जाने पर दुनियाभर में रूस की आलोचना