China vs Taiwan, Around 10 thousands PLA soldiers will die: चीन जिस तरह से ताइवान पर दबाव बढ़ा रहा है, उस तरह से अब युद्ध ज्यादा दूर नहीं. अगर ऐसा हुआ, तो फिर हर तरफ भयंकर बर्बादी होगी. एक अमेरिकी थिंक टैंक का कहना है कि इसी रफ्तार से तनाव बढ़ता रहा, तो साल 2026 में चीन ताइवान पर आक्रमण कर देगा. इस सूरत में न चाहते भी अमेरिका को युद्ध में कूदना होगा. जिसके बाद पूरे एशिया-प्रशांत क्षेत्र में तबाही मच जाएगी. मंचूरिया से लेकर जापान और चीन तक लोग भारी संख्या में मारे जाएंगे. जन की हानि सबसे ज्यादा चीन में होगी, लेकिन धनहानि सबसे ज्यादा अमेरिकी जनता को झेलनी पड़ेगी.
चीनी जमीन पर होगी प्रलय जैसी स्थिति!
एक अमेरिकी थिंक टैंक सेंटर फॉर स्ट्रैटेजिक एंड इंटरनेशनल स्टडीज ने 'द फर्स्ट बैटल ऑफ द नेक्स्ट वॉर' नाम से रिपोर्ट तैयार की है. जिसमें बताया गया है कि युद्ध छिड़ने की दशा में सिर्फ ताइवानी सैनिक ही नहीं, बल्कि जापानी और चीनी सैनिक भी भारी संख्या में हताहत होंगे. इन सबमें अमेरिका अपने उन्नत हथियारों का इस्तेमाल करेगा, जिसके चलते चीनी जमीन पर प्रलय की स्थिति होगी. अमेरिकी नौसेना भी पूरी तरह से तबाह हो जाएगी, तो चीन की कमर टूट जाएगी.
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वॉर गेम पर आधारित है रिपोर्ट
ये रिपोर्ट एक वॉर गेम के आधार पर तैयार की गई है. जिसमें बताया गया है कि इस युद्ध की स्थिति में अमेरिकी सैनिक जमीन पर तो नहीं उतरेंगे, लेकिन फिर भी उसके करीब 3200 सैनिक मारे जा सकते हैं. ये संख्या अफगानिस्तान में जमीन पर चलाए गए ऑपरेशन के दौरान हताहत हुए अमेरिकी सैनिकों की कुल मृतक संख्या की आधी है. इस लड़ाई में सबसे ज्यादा नुकसान पीएलए को होगा, जिसके 10 हजार से ज्यादा सैनिक मारे जाएंगे, तो सैकड़ों फाइटर जेट और जंगी जहाज नष्ट हो जाएंगे. ये युद्ध चीन और अमेरिकी सेना को लगभग खोखला कर देगा.
HIGHLIGHTS
- चीन-ताइवान में युद्ध हुआ तो होंगे विनाशकारी परिणाम
- साल 2026 तक युद्ध की जताई गई है आशंका
- युद्ध में हर तरफ से होगी भयंकर जन और धन की हानि