अफगानिस्तान ने अपने पड़ोसी देश को कुछ ठोस सबूत सौंपे हैं जिसमें उसने दावा किया है कि हाल ही में हुए कई आतंकी हमलों को अंजाम देने वाले आतंकवादियों का प्रशिक्षण पाकिस्तान की जमीन पर हुआ है।
अफगानिस्तान में लगातार हो रहे आतंकी हमलों से वहां के लोगों में नाराज़गगी बढ़ रही है।
अफगानिस्तान में ये हमला ऐसे समय में हुआ है जब अमेरिका ने पाकिस्तान को मिलिटरी सहायता राशि देने से इनकार कर दिया है। अमेरिका ने पाकिस्तान को कहा था कि वो उसकी जमीन से अपनी गतिविधियां चला रहे आतंकियों खासकर हक्कानी नेटवर्क के खिलाफ कार्रवाई करे।
काबुल में हाल ही में आतंकियों ने एक होटल पर हमला किया था और शहर के भीड़-भाड़ वाले इलाके में आत्मघाती हमले किये। इसके अलावा अफगानिस्तान की मिलिटरी अकादमी पर भी हमला किया था। जिसमें कई सोनिक मारे गए थे और कई घायल भी हुए थे।
इन हमलों के अफगानिस्तान ने हक्कानी नेटवर्क को जिम्मेददार ठहराया है। हक्कानी नेटवर्क के तार पाकिस्तान की सेना से जुड़े हैं।
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इन हमलों की जिम्मेदारी तालिबान ने ली है और सिराजुद्दीन हक्कानी इसका उप प्रमुख है।
अफगान खुफिया विभाग के प्रमुख मोहम्मद मासूम स्तानेकज़ई ने कहा है कि इन आतंकी हमलों की योजना सीमा पार में बनाई गई।
उन्होंने बुधवार को पाकिस्तान सबूत लेकर गए थे और वहां पर अधिकारियों से बातचीत कर सबूत उन्हें सौंपा था।
पाकिस्तान से वापस आने के बाद उन्होंने कहा, 'हमने पाकिस्तान को कहा है कि वो दोषियों को हमें सौप दे और हमने उनसे इनकार न कर सकने वाले सबूत दिये हैं कि हमले की योजना वहीं पर तैयार की गई थी।'
अफगानिस्तान के स्थायी प्रतिनिधि महमूद सैकाल ने होटल पर हुए हमलों में शामिल आतंकियों को ट्रेनिंग देने के लिये आईएसआई को जिम्मेदार ठहराया है।
उन्होंने ट्वीट कर कहा, 'इंटर कॉन्टिनेंटल होटल के हमलावर आतंकियों में से एक आतंकी के पिता अब्दुल कहर ने पिछले हफ्ते माना था कि उसके बेटे को पाकिस्तान की आईएसआई ने चमन में ट्रेनिंग दी थी, जो बलूचिस्तान में है।'
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Source : News Nation Bureau