Halloween party in south africa : दक्षिण अफ्रीका की राजधानी सियोल। यहां शनिवार रात हजारों लोग सड़कों पर जमा थे. सभी ने अजीबो-गरीब मुखौटे लगाए थे. चेहरों पर तरह-तरह के रंग लगे थे. कपड़े भी कई लोगों के अनोखे थे. सभी मस्ती में झूम रहे थे. अचानक भगदड़ मची. हर ओर हाहाकार मच गया. तमाम लोगों का हार्ट अटैक आ गया तो कई तो कुचल कर मर गए. बात हो रही है सियोल में हुई हैलोवीन पार्टी की. कोरोना के कारण कई साल ये हैलोवीन पार्टी नहीं हो सकी थी. रिपोर्ट्स के अनुसार काफी समय बाद कोरोना के प्रतिबंधों से राहत मिली तो हजारों लोग हैलोवीन पार्टी में शामिल होने पहुंच गए. इस दौरान भगदड़ मच गई और दर्जनों लोगों को हार्ट अटैक भी पड़ गया. कई रिपोर्टों के अनुसार 150 से ज्यादा लोगों की जान जा चुकी है और करीब इतने लोग घायल भी हैं. अब तमाम लोगों के जेहन में सवाल उठ रहा है कि आखिर ये हैलोवीन पार्टी है क्या, जिसमें इतनी भगदड़ मची.
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तमाम आर्टिकल्स के अनुसार पश्चिमी देशों में अपने पूर्वजों को श्रद्धांजलि देने के लिए हैलोवीन पार्टी का आयोजन किया जाता है. यह मूलतः ईसाई धर्म का त्योहार है. दावा किया जाता है कि इसकी शुरुआत करीब 2000 साल पहले हुई थी. ईसाईयों के एक वर्ग की मान्यता है कि आसमान से शैतानी आत्माएं आकर अच्छी आत्माओं को परेशान करती हैं. शैतानी आत्माओं को वापस भेजने के लिए ये आयोजन होता है. शैतानी आत्माओं को वापस भेजने के लिए लोग भूत-प्रेत के गेटअप में, शैतान के लुक में आते हैं. दावा किया जाता है कि इससे शैतानी आत्माओं को डराया जाता है. इस दौरान आग जलाकर उसमें जानवरों की हड्डियां भी फेंकी जाती हैं.
अब दुनियाभर के तमाम देशों में इसका आयोजन किया जाने लगा है. सियोल में भी इसी पार्टी का आयोजन किया गया था, जिसमें भगदड़ मच गई. भगदड़ के कारणों का सही-सही पता नहीं चल सका है. कुछ रिपोर्ट्स में दावा किया गया है कि किसी सेलिब्रिटी के आने की सूचना पर भगदड़ मची, जबकि कुछ रिपोर्ट्स में ड्रग्स वाली कैंडी की बात कही जा रही है. फिलहाल जांच जारी है.
Source : Apoorv Srivastava