Russia-Ukraine War : रूस और यूक्रेन के बीच 21वें दिन भी युद्ध जारी है. रूसी सेना के हमले से यूक्रेन तबाही के कगार है, लेकिन यूक्रेन की सेना अब भी आत्मसमर्पण करने के लिए तैयार नहीं है. दोनों देशों के युद्ध से अंतरराष्ट्रीय जगत पर व्यापार भी प्रभावित होने की संभावना है. इस बीच केंद्रीय वाणिज्य और उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने बुधवार को कहा कि उद्योग जगत से मिल रही जानकारी के मुताबिक रूस-यूक्रेन के युद्ध की वजह से भारत से दवाओं, दूरसंचार उपकरण, कॉफी, चाय और समुद्री सामग्रियों जैसे कुछ उत्पादों का निर्यात प्रभावित होने की आशंका है.
लोकसभा में पीयूष गोयल ने एक प्रश्न के लिखित उत्तर में कहा कि वाणिज्य विभाग को मौजूदा हालात की पूरी जानकारी है और वह जरूरी आयात की उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिए सभी हितधारकों के साथ नियमित परामर्श कर रहा है. उन्होंने आगे कहा कि हालात स्थिर होने पर ही युद्ध के बाद के परिदृश्य के प्रभाव का सटीक आकलन किया जा सकता है.
आपको बता दें कि अमेरिका और उसके सहयोगी देशों द्वारा लगाए गए प्रतिबंधों के बाद भी रूस युद्ध रोकने को तैयार नहीं है. यूक्रेन ने कहा है कि बातचीत को लेकर रूस ने अपना रुख नरम किया है. यूक्रेन के राष्ट्रपति व्लोदिमीर जेलेंस्की के एक वरिष्ठ सहयोगी का कहना है कि रूस ने संभावित समाधान पर बातचीत में अपना रुख नरम किया है. यूक्रेन के राष्ट्रपति वलोडिमिर ज़ेलेंस्की के डिप्टी चीफ ऑफ स्टाफ इहोर झोव्कवा ने मंगलवार को कहा कि रूसी और यूक्रेनी प्रतिनिधियों के बीच बातचीत काफी सकारात्मक रही है और रूस ने भी अपना स्वर बदल दिया है.
Source : News Nation Bureau