चीन के राष्ट्रपति शी चिनफिंग (xi jinping) पिछले साल 18 जून 2020 के बाद से दुनिया को दिखाई नहीं दिए हैं. उनका इस तरह गायब होना तमाम सवाल खड़े कर रहा है. खास बात ये है कि हाल ही में उन्हें कॉप-26 की बैठक में भी शामिल होना था लेकिन वह शामिल नहीं हूए. इसके बाद से यह सवाल तमाम देशों के थिंक टैंक के जेहन में तैर रहा है कि आखिर शी चिनफिंग सामने क्यों नहीं आ रहे. आपको बता दें कि पिछले साल 18 जून 2020 को शी चिनफिंग म्यांमार के दौरे पर गए थे. वहां सैन्य नेताओं से मिले थे. इसके बाद से चिनफिंग बीजिंग के बाहर नहीं निकले. हालांकि कोरोना से पहले उनके तमाम दौरे अन्य देशों में हुए थे. एक मीडिया रिपोर्ट् के मुताबिक कोरोना से पहले चिनफिंग ने सालाना 14 देशों की यात्रा की और चीन के बाहर दूसरे देशों में औसतन 34 दिन बिताए. अब म्यांमार के दौरे के बाद से वह कहीं नजर नहीं आए हैं.
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हालांकि अफगानिस्तान में तालिबान के कब्जे के बाद सारी डिप्लोमेसी उन्होंने फोन से की. फोन पर ही इस मामले में सारी सक्रियता दिखाई लेकिन नजर कहीं नहीं आए. यूरोप के तमाम अन्य नेताओं से भी क्रांफ्रेंस पर बातचीत की है. इसमें जर्मनी की चांसलर एंजेला मार्केल, ब्रिटेन के पीएम बोरिस जानसन और फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों भी शामिल हैं. जी-20 सम्मेलन में उन्होंने वीडियो के जरिए सम्मेलन को संबोधित किया था. अब उनका नजर नहीं आना बहुत से थिंक टैंक की नजरों में सवाल बन गया है. वह सामने क्यों नहीं आ रहे यह बड़ा सवाल है.
HIGHLIGHTS
- पिछले साल 18 जून को दिखाई दिए थे चीन के राष्ट्रपति
- तमाम विदेशी दौरे करने वाले चिनफिंग नहीं आ रहे सामने
- कॉप-26 सम्मेलन में भी नहीं आए, ना ही वर्चुअली संबोधित किया.