मोदी सरकार के नए कृषि कानूनों का न सिर्फ भारत में ही विरोध हुआ है, बल्कि दुनिया के कई देशों में किसानों के समर्थन में आवाज उठी है. अब तक किसान आंदोलन भले ही शांतिप्रिय रहा हो, मगर कुछ देशों में भारत विरोधी गतिविधियां भी देखने को मिलीं. बीते दिनों किसानों की मांगों के समर्थन में अमेरिका में कुछ ऐसा ही देखने को मिला था. प्रदर्शनकारियों ने यहां महात्मा गाधी की एक प्रतिमा को तोड़ दिया था. जिस पर अब वांशिगटन स्थित व्हाइट हाउस ने खेद जताया है.
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व्हाइट हाउस की प्रेस सचिव कायले मैकनेनी ने कहा, 'किसी भी मूर्ति या स्मारक को अपमानित नहीं किया जाना चाहिए और निश्चित रूप से गांधी जी का नहीं है, जो उन मूल्यों के लिए लड़े हैं. जिन मूल्यों शांति, न्याय और स्वतंत्रता का प्रतिनिधित्व अमेरिका का करता है.'
No statue or memorial should be desecrated, & certainly not that of Gandhi who fought for the values that America represents - of peace, justice & freedom: White House Press Secretary Kayleigh McEnany on desecration of Mahatma Gandhi statue during a protest against new farm laws pic.twitter.com/4qtB0wAbF7
— ANI (@ANI) December 16, 2020
उन्होंने आगे कहा, 'वह अपवित्रता देखने में डरावनी है. यह भयावह है कि यह एक से अधिक बार हुआ. हमारा मानना है कि महात्मा गांधी की प्रतिष्ठा का सम्मान किया जाना चाहिए, विशेष रूप से यहां अमेरिका की राजधानी में.'
That desecration is appalling to see. It is appalling that it happened more than once and we believe the reputation of Mahatma Gandhi should be respected, especially here in America's capital: White House Press Secretary Kayleigh McEnany https://t.co/bZf3gCdQlN
— ANI (@ANI) December 16, 2020
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गौरतलब है कि भारत में किसानों के आंदोलन के समर्थन में वाशिंगटन में भारतीय दूतावास के सामने भी प्रदर्शन किया गया था, लेकिन यहां भारत विरोधी गतिविधि को अंजाम दिया गया. प्रदर्शनकारियों ने यहां बापू की प्रतिमा के साथ तोड़फोड़ दी. बापू की प्रतिमा के साथ किए गए आपत्तिजनक व्यवहार से संबंधित एक वीडियो सामने आया था. इसमें देखा गया कि बापू की प्रतिमा को प्रदर्शनकारियों ने ढक दिया था. कुछ लोगों के हाथ में बैनर-पोस्टर भी दिख थे. बताया जा रहा है कि प्रदर्शन के दौरान खालिस्तान के झंडे भी लहराए गए.