ऑस्ट्रेलिया एक देश है. लोग साहसी हैं. खतरों से खेलने में मजा आता है. तभी तो शॉर्क के जोन में भी घुसकर लोग सर्फिंग करने का रिस्क उठा लेते हैं. लेकिन ये रिस्क लेना एक महिला बॉक्सर को भारी पड़ गया. क्योंकि जब वो गहरे पानी के ऊपर सर्फिंग (पानी पर बोर्ड के सहारे तेजी से फिसलना) कर रही थी, तभी एक शॉर्क ने उनपर हमला बोल दिया. शॉर्क की उम्र कम थी, लेकिन वो बेहद खतरनाक थी. उसने महिला सर्फर का पांव अपनी मुंह में भर लिया और तेजी से उसे दबोच ही रही थी कि उसपर मुक्कों की बरसात होने लगी. सोचिए, पानी में रहकर शॉर्क से बैर. हालांकि बेबी शॉर्क सफेद थी. ज्यादा गुस्से वाली नहीं थी. तो उसने महिला सर्फर को छोड़ दिया और वो वापस गहरे पानी में चली गई.
बॉक्सर की बॉक्सिंग ही आई जान बचाने के काम
ये हादसा हुआ कैंटेल (37 साल) के साथ. वो बॉक्सर रही हैं और उनका बॉयफ्रेंड भी बॉक्सिंग करता है. दोनों की रुटीन लाइफ का हिस्सा बॉक्सिंग ही हुआ करती थी. ऐसे में कैंटेल को जैसे ही शॉर्क ने पकड़ा, वैसे ही वो चिल्लाई और बॉयफ्रेंड ने शॉर्क पर ही मुक्के बरसाने शुरू किए. इस बीच आसपास के साथी भी आ गए और कैंटेल को अस्पताल लेकर गए. ये हादसा ऑस्ट्रेलिया के न्यू साउथ वेल्स में हुआ था. और शॉर्क के कई हमलों में से एक हमलों में था. हालांकि कैंटेल अब शॉर्कों की रक्षा की लड़ाई लड़ने लगी हैं, क्योंकि उन्हें समझ आ गया है कि हम इंसानों ने ही बाकी जीवों की जिंदगियों में दखल दिया है.
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...दो साल पुराना है ये मामला
जी हां, ये मामला दो साल पुराना हो गया है. लेकिन अब फिर से सुर्खियों में तब आया है, जब कैंटेल ऑस्ट्रेलियन मरीन्स को बचाने वाली संध्या के लिए बॉक्सिंग करने वाली है. इसमें मिलने वाले धन का उपयोग शॉर्कों की रक्षा में भी किया जाएगा. दरअसल, कैंटेल बेबी शॉर्क के उस हमले से अब तक उबर नहीं पाई हैं. वो अस्पताल में ही हैं. उनका पैर (कॉफ) शॉर्क के दांतों में फंसने की वजह से बुरी तरह डैमेज हो गया था. कॉफ वो हिस्सा होता है, जो घुटने और एडी के बीच की जगह होती है. और अक्सर उस पर नसों में तनाव की वजह से खिलाड़ियों को कॉफ इंजुरी होती है. इसे बहुत बुरा माना जाता है. तो कॉफ इंजुरी के चलते कैंटेल दो साल से अस्पताल में ही भर्ती हैं और अब अगले 12 सप्ताह में वो चलना-फिरना-ट्रेनिंग करना शुरू करने वाली हैं. ताकि वो इन शॉर्क को बचाने की मुहिम में अपना योगदान दे सके.
दुनिया में कम बची हैं सफेद शॉर्क
कैंटेल का कहना है कि उन्हें उस जगह पर सर्फिंग नहीं करनी चाहिए थी. क्योंकि वो शॉर्क की जगह है. वो पानी में खतरनाक होते हैं, लेकिन अब दुनिया में कम ही बचे हैं. ऐसे में वो अब शॉर्क को बचाने की लड़ाई लड़ेंगी और चाहेंगी कि इंसान बाकी जीवों की भी देखभाल करे, उनकी सुरक्षा करे और उनके इलाकों में घुसपैठ न करे.
HIGHLIGHTS
- शॉर्क के हमले में महिला घायल
- दो सालों से चल रहा इलाज
- अब शॉर्क को बचाने की लड़ाई लड़ेंगी कैंटेल