एक तरफ पाकिस्तान अपनी आर्थिक स्थिति से जूझ रहा है तो दूसरी तरफ पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर में सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं. इस प्रदर्शन से पाकिस्तान पूरी तरह से बौखला गया है. पीओके में चल रहा विरोध इतना जबरदस्त है कि इसकी गूंज पूरी दुनिया में हो रही है. वहां लोग भारत के समर्थन में नारे लगा रहे हैं. तो वहीं जनता शाहबाज सरकार के खिलाफ प्रदर्शन कर रही है. पाकिस्तान में महंगाई इस चरम पर पहुंच गई है कि पीओके के लोग परेशान हैं. वे इतने परेशान हो गए हैं कि वहां के लोग भारत के साथ आना चाहते हैं.
पीओके में लग रहे हैं भारत समर्थन नारे
पीओके के इस रुख को देखते हुए पाकिस्तान सरकार को बड़ा झटका लगा है और वह किसी भी तरह से पीओके के लोगों की आवाज को कुचलने की कोशिश कर रही है. इसलिए उसने आनन-फानन में 23 अरब रुपये आवंटित कर दिए. पीओके में आटे की कीमतें और बिजली की कीमतें आसमान छू रही हैं. शहर के कई इलाकों में कर्फ्यू जैसा माहौल हो गया है. कई जगहों पर पुलिस लोगों पर लाठीचार्ज कर रही है. वहीं, पाकिस्तान के पीएम शाहबाज शरीफ काफी परेशान हो गए हैं और परेशानी की वजह ये है कि पीओके में देश विरोधी नारे लगाए जा रहे हैं.
ये भी पढ़ें- 'PM मोदी जन्मजात नेता, हमें भी ऐसे लीडर की जरूरत', पाकिस्तान-अमेरिकी अरबपति ने प्रधानमंत्री की तारीफ में पढ़े कसीदे
शाहबाज सरकार को बैकफुट पर किसने लाया?
अब सवाल ये है कि पीओके में विरोध शांत होता क्यों नहीं दिख रहा? आखिर इसके पीछे कौन है, जिसने पाकिस्तान सरकार को पूरी तरह से हिलाकर रख दिया है? पाकिस्तान के कब्जे वाले इलाके में प्रदर्शन जम्मू-कश्मीर ज्वाइंट आवामी एक्शन कमेटी के बैनर के तले हो रहा है. इस कमेटी ने इस समय शाहबाज सरकार को बैकफुट पर ला दिया है. समिति से तेजी से लोग जुड़ रहे हैं.
किन इलाकों में हो रहे हैं प्रदर्शन?
आपको बता दें कि इस समिति में सबसे ज्यादा संख्या बिजनेसमैनों की है. कमेटी ने पूर्ण हड़ताल का आह्वान किया है, जो पिछले 5-7 दिनों से जारी है. दुकानदारों से लेकर कारोबारी तक हर कोई सरकार के खिलाफ प्रदर्शन कर रहा है. ये प्रदर्शन पीओके के कई हिस्सों में हो रहे हैं. समहानी, सेहंसा, रावलकोट, तत्तापानी, खुइरट्टा और हट्टियन बाला में विरोध प्रदर्शन जारी है
Source : News Nation Bureau