Who Is Pakistan's New Army Chief : आर्थिक और सियासी संकट से जूझ रहे पाकिस्तान में अब सेना से जुड़ी बड़ी खबर आ रही है. पाकिस्तान को बहुत जल्द नया आर्मी चीफ मिलने जा रहा है. ले. जनरल आसीम मुनीर को पाकिस्तान के नए आर्मी चीफ के रूप में नियुक्त किया है. मुनीर, जनरल कमर जावेद वाजवा की जगह लेंगे. इसके अलावा लेफ्टिनेंट जनरल साहिर शमशाद मिर्जा को ज्वाइंट चीफ्स ऑफ स्टाफ नियुक्त किया गया है. पाकिस्तान के सूचना और प्रसारण मंत्री मरियम औरंगजेब ने इसकी जानकारी दी है. बता दें कि पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ ने सोमवार को बयान दिया था कि अगले सेना प्रमुख की नियुक्ति की प्रक्रिया 25 नवंबर तक पूरी कर ली जाएगी.
वैसे ये बात किसी से छिपी नहीं है कि पाकिस्तान को आजाद हुए करीब 75 साल हो चुके हैं और इसमें से आधे समय इस देश पर आर्मी रूल रहा है. यही वजह है कि पाकिस्तान में पिछले कई दिनों से आर्मी चीफ की नियुक्ति को लेकर जंग जैसे हालात बन गए. पाकिस्तान में इनडायरेक्ट तरीके से आर्मी चीफ ही ये फैसला करता है कि देश के प्रधानमंत्री पद पर कौन काबिज होगा.
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विवादों से घिरा है अब तक का कार्यकाल
यही वजह है कि पाकिस्तान के दो बड़े नेता इमरान खान और शहबाज शरीफ दोनों ही अपनी पसंद का आर्मी चीफ बनाना चाहते थे. मौजूदा आर्मी चीफ जनरल कमर जावेद बाजवा की जगह पर होने वाली इस नियुक्ति और उससे जुड़े विवादों और बयानों से अलग अगर पाकिस्तान के इतिहास पर नजर डालें, तो आर्मी चीफ की नियुक्तियां और उनका कार्यकाल अक्सर विवादों में घिरा रहा हैं. पाकिस्तानी सेना के पहले 'लोकल' कमांडर-इन-चीफ़ और फील्ड मार्शल अय्यूब खान, जिन्होंने पाकिस्तान का पहला मार्शल लॉ भी लगाया, उनसे लेकर जनरल कमर जावेद बाजवा तक, लगभग सभी सेना प्रमुख किसी न किसी तरह के विवाद में जरूर उलझे हैं. सरकार और प्रधानमंत्रियों के साथ अंदरूनी तौर पर मतभेद हों या फिर सरकार का डायरेक्ट सपोर्ट, आर्मी चीफ का नाम सैन्य मामलों के साथ-साथ राजनीति और सरकार से हमेशा जुड़ा रहा है.
Lt Gen Asim Munir named Pakistan's new army chief
— ANI Digital (@ani_digital) November 24, 2022
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बता दें कि 61 वर्षीय जनरल बाजवा तीन साल के एक्सटेंशन के बाद 29 नवंबर को रिटायर होने वाले हैं. पहले ऐसा माना जा रहा था कि बाजवा एक बार फिर एक्सटेंशन मांगेगे लेकिन उन्होंने इससे इनकार किया है. जिसके बाद ही पाकिस्तान के नए आर्मी चीफ की नियुक्ति का रास्ता साफ हो गया. पाकिस्तान में नए आर्मी चीफ को 29 नवंबर को प्रभार संभालना है. बता दें कि जनरल बाजवा पिछले 6 साल से आर्मी चीफ की कुर्सी पर कब्जा करके बैठे थे. इन 6 सालों में पाकिस्तान की सत्ता कई बार बदली, लेकिन बाजवा बरकरार रहे.
आसिम मुनीर की नियुक्ति से शाहबाज सरकार को मिलेगी ताकत
ऐसा माना जा रहा है कि नए आर्मी चीफ ले. जनरल आसिम मुनीर की नियुक्ति होने से सत्ताधारी शाहबाज सरकार को भी ताकत मिलेगी. रक्षा मंत्री ख्वाजा आफिस का मानना है कि एक बार नए आर्मी चीफ की नियुक्ति हो जाए तो राजनीतिक क्षेत्र में हो रहा हंगामा शांत हो जाएगा, और इसके बाद उनकी सरकार पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ के अध्यक्ष इमरान से निपटेगी, जिन्होंने अपने समर्थकों से शनिवार को रावलपिंडी में धरना देने का आह्वान किया है.
पाकिस्तानी सेना प्रमुख जनरल बाजवा की जगह पर नए आर्मी चीफ ले. जनरल आसिम मुनीर की नियुक्ति से पहले आर्मी हेडक्वाटर की तरफ से डिफेंस मिनिस्ट्री को 6 नाम भेजे थे. तय प्रणाली के हिसाब से बात करें तो डिफेंस मिनिस्ट्री नामों को प्रधानमंत्री के सामने पेश करने से पहले उनकी समीक्षा कर सकती है, लेकिन आमतौर पर ऐसा नहीं होता और मिनिस्ट्री केवल सेना और पीएम के बीच में एक मीडिएटर के तौर पर काम करती है. साथ ही पाकिस्तानी मीडिया की कुछ रिपोर्ट्स के अनुसार रिटायर होने वाला सेना प्रमुख भी प्रधानमंत्री को अपने उत्तराधिकारी के बारे में इनफॉर्मल एडवाइज देता है.
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इस लिस्ट में लेफ्टिनेंट जनरल आसीम मुनीर, साहिर शमशाद, अजहर अब्बास, नौमान महमूद, फैज हामिद और मुहम्मद आमिर का नाम शामिल था.लेकिन शहबाज सरकार की पहली पसंद आसीम मुनीर बताए जा रहे थे. लेफ्टिनेंट जनरल आसिम मुनीर को सितंबर 2018 में ही टू-स्टार जनरल के पद पर प्रमोट किया गया था. नतीजतन, लेफ्टिनेंट-जनरल के रूप में उनका चार साल का कार्यकाल 27 नवंबर को समाप्त हो जाएगा. लगभग उसी समय जब मौजूदा सीजेसीएससी और सीओएएस अपनी सेना की वर्दी उतारेंगे. वहीं इमरान की कोशिश थी कि जनरल फैज हामिद नए आर्मी चीफ बनें. बता दें कि ले. जनरल आसिम मुनीर ने सेना की इंटेलिजेंट्स यूनिट्स और आईएसआई दोनों का काम संभाला है, ये अपने आप में एक मुश्किल टास्क है. वहीं दूसरी तरफ आसिम मुनीर और इमरान खान के बीच संबंध ठीक नहीं है और शहबाज शरीफ इसका फायदा उठाना चाहेंगे.
HIGHLIGHTS
- पाकिस्तान को मिला नया सेना प्रमुख
- ले. जनरल आसिम मुनीर की हुई नियुक्ति
- शाहबाज सरकार को मिलेगी ताकत