पकिस्तान समर्थक कतर अब पाकिस्तान के नक्शे कदमों पर चलता हुआ नजर आ रहा है. जिस तरह से पाकिस्तान भारत को भड़काने की रणनीति पर काम करता है उसी तरह कतर भी अब भारत के खिलाफ कदम उठा कर भड़काने की रणनीति पर काम करता हुआ नज़र आ रहा है. कतर ने भारत के भगोड़े मुस्लिम उपदेशक जाकिर नाइक को फुटबाल विश्वकप (fifa) समारोह में हिस्सा लेने का न्यौता दिया था. न्योता मिलते ही जाकिर नाइक वहां बीते शनिवार पहुंच भी गया.
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भारत के भगोड़े ज़ाकिर नाइक ने कतर पहुंचते ही तुरंत सोशल मीडिया पर जानकारी साझा करते हुए कहा कि वह विश्वकप के दौरान इस्लाम पर धार्मिक लेक्चर देगा. जाकिर नाइक के बोलने पर मलेशिया में प्रतिबंध लगने के बाद अब वह कतर में इस्लाम पर भाषण देने वाला है.
जाकिर नाइक की संस्था कैसे हुई बैन
जाकिर नाइक की इस्लामिक रिसर्च फाउंडेशन को भारत की नरेंद्र मोदी सरकार के द्वारा साल 2016 में बैन कर दिया गया था. उस समय की भारत की मौजूदा सरकार के अनुसार जाकिर नाइक और उसकी संस्था के लोग देश के विभिन्न समुदायों के बीच में नफरत और घृणा फैला कर देश के माहौल को दूषित करने का काम कर रहे हैं. साल 2016 में मोदी सरकार की इस प्रतिक्रिया के बाद जाकिर नाइक को मलेशिया भागना पड़ा था, जहां पर उसे साल 2017 में नागरिकता दे दी गई. इसके बाद मलेशिया में साल 2020 में नई सरकार का गठन हुआ. मलेशिया में नई सरकार के आने के बाद वहां की सरकार ने भारत के समर्थन में ज़ाकिर नाइक के बोलने पर कई तरह के प्रतिबंध लगा दिए थे.
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भारत के खिलाफ कतर की ये है रणनीति
कतर ने पहली बार भारत को उकसाने का काम नहीं किया है, बल्कि इससे पहले भी कई बार पाकिस्तान की राह पर चल कर कतर भारत के खिलाफ काम कर चुका है. जैसे नूपुर शर्मा का विवादित बयान हो या भारतीय नैसैनिकों को बंधन बनाने का काम...