Pok Protest: पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में बगावत की आग क्यों भड़की, जानें वजह

Pok Protest: wपाकिस्तान की ज्यादती से तंग आई जनता अब भारत के प्रधानमंत्री से मदद की गुहार लगा रही है. आखिर क्यों पीओके में पाकिस्तान सरकार के खिलाफ आम लोगों ने बगावत कर दी है.

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Prashant Jha
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पीओके में प्रदर्शन( Photo Credit : फाइल फोटो)

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Pok Protest: पीओके की गुस्साई जनता को पाकिस्तानी फौज की गोली से भी डर नहीं लग रहा है. वो मरने-मारने पर उतारू हैं. अगर हमारे इलाके में पुलिस भेजी गई..अगर हमारी चारदीवारी को नुकसान पहुंचाने की कोशिश की गई तो रब्ब की कसम कोई पुलिस वाला इस शहर में नहीं रहेगा. पीओके की जनता ने ऐलान कर दिया कि अब बस बहुत हुआ अत्याचार, अब नहीं सहेंगे एक रियासत दो कानून. पाकिस्तान की ज्यादती से तंग आई जनता अब भारत के प्रधानमंत्री से मदद की गुहार लगा रही है. आखिर क्यों पीओके में पाकिस्तान सरकार के खिलाफ आम लोगों ने बगावत कर दी है. क्यों पीओके के लोग सड़कों पर उतरने और हिंसा करने को मजबूर हो गए हैं. क्या वजह है कि इस बार हालात इतने बेकाबू हो गए हैं कि जनता के आक्रोश के सामने पाकिस्तानी सेना भी पीठ दिखाकर भाग रही है और क्यों राजनाथ सिंह और अमित शाह के हालिया बयान के बाद पीओके की जनता की भारत से उम्मीद बढ़ गई है. क्या वो दिन दूर नहीं जब पीओके से पाकिस्तान का अतिक्रमण हट जाएगाा. 

हाल ही में भारत के रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने पीओके पर बड़ा दावा किया था. उन्होंने कहा था कि भारत कभी भी पीओके पर अपना दावा नहीं छोड़ेगा. इसके साथ ही रक्षा मंत्री ने कहा था कि पीओके को लेकर भारत को कुछ नहीं करना पड़ेगा. वो खुद कश्मीर में हो रहे विकास को देखने और पाकिस्तान के जुल्म से आजिज होने के बाद भारत का होना चाहेंगे. POK के लोगों पर जो जुल्म ढाया जा रहा है. वहीं, से ये डिमांड उठेगी कि हमको भारत में अपने को मर्ज करना है. वो भारत का ही हिस्सा था, है और आगे भी हम मानते रहेंगे. राजनाथ सिंह की ये बात सच होती दिख रही है. पीओके में पाकिस्तान से आजादी के नारे लग रहे हैं.

Pok में बढ़ता जा रहा प्रदर्शन

पीओके के लोग अब पाकिस्तानी सरकार और सेना का जुल्म बर्दाश्त करने को तैयार नहीं हैं और इसलिए यहां  की जनता सड़कों पर उतर आई है. एक तरह से इस बार पूरा पीओके पाकिस्तान सरकार के खिलाफ लामबंद हो गया है. प्रदर्शन की आग तक फैल चुकी है और लगातार ये प्रदर्शन बढ़ता जा रहा है. अपने हक की मांग को लेकर इस बार पीओके की जनता ज्यादा मुखर है. हर बार पाकिस्तानी सेना और सरकार इनकी आवाज को दबाने में सफल हो जाती थी, लेकिन इस बार पीओके के आवाम की आवाज को दबाना पाकिस्तान सरकार के लिए मुश्किल हो रहा है. 

प्रदर्शनकारी और सुरक्षाबलों के बीच झड़पें

पाकिस्तान की शहबाज सरकार को घुटनों पर लाने और पाकिस्तान से छुटकारा पाने के लिए पीओके के लोगों ने इस बार हर सीमा को लांघने का फैसला कर लिया है. लोग सड़कों पर उतरकर पाकिस्तान के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे हैं. कई जगहों पर प्रदर्शनकारियों और पाकिस्तानी सुरक्षाबलों के बीच झड़प हुई है. बिगड़ते हालात को देखकर पुलिस ने प्रदर्शनकारियों पर जमकर लाठी और आंसू गैस के गोले बरसाए, लेकिन पीओके के लोग अब कह रहे हैं गोलियों से डर नहीं लगता साहब. लोगों के गुस्से का अंदाजा आप इस बात से भी लगा सकते हैं कि पीओके की जनता पुलिसवालों और सेना के जवानों को ही निशाना बना रही है. जवानों की वर्दी उतारी जा रही है. पाकिस्तानी सुरक्षाबलों को घसीट-घसीट कर मारा जा रहा है. जहां भी सुरक्षाबल के जवान हाथ लग रहे हैं उन पर लात-घूंसे और लाठियों की बरसात की जा रही है. यहां तक कि प्रदर्शन को रोकने पहुंचे पाकिस्तानी सुरक्षाबल के जवान आक्रोशित भीड़ के सामने सरेंडर करते दिख रहे.

PoK में हालात बेहद तनावपूर्ण

मुजफ्फराबाद में तो एक पुलिस सब इंस्पेक्टर को पीट-पीट कर मार डाला गया. कोटली में एक असिस्टेंट कमिश्नर की गाड़ी को जला दिया गया.पाकिस्तानी मीडिया के मुताबिक, हिंसा तब भड़की जब पुलिस ने लोगों के घरों और मस्जिदों के आसपास आंसू गैस के गोले बरसाए. और अब लोगों का प्रदर्शन इतना उग्र हो गया है कि वो पुलिस-प्रशासन और सत्ता में बैठे लोगों को ही धमकियां दे रहे हैं. अब प्रदर्शनकारियों की तैयारी मुजफ्फराबाद को घेरने की है...इसके लिए पीओके के अलग-अलग इलाकों से लोग मुजफ्फराबाद की ओर मार्च कर रहे हैं.

शहबाज सरकार इस मसले पर चौतरफा घिरी- PTI

पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान की पार्टी PTI ने भी कहा है कि पीओके में शांतिपूर्ण प्रदर्शनकारियों के खिलाफ उत्पीड़न और हिंसा को बर्दाश्त नहीं किया जा सकता है. PTI ने कहा है ऐसी नीति पाकिस्तान के लिए खतरनाक है और लोकतंत्र के लिए सीधा खतरा है. यानी पीओके के मसले पर शहबाज सरकार चौतरफा घिर गई है. अब सवाल उठता है कि आखिर पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में लोग सड़कों पर उतरने के लिए क्यों मजबूर हुए? दरअसल, यहां के लोग इसलिए सड़कों पर उतरे क्योंकि पाकिस्तान की सरकार के फैसलों से वो तंग आ चुके हैं. जिस पीओके में कई पनबिजली परियोजनाएं हैं, उसे ही बिजली नहीं मिल रही. उसकी बिजली पाकिस्तान के दूसरे अलग-अलग शहरों में भेजी जा रही है. वहीं बढ़ती महंगाई ने सारी हदें पार कर दी हैं.

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Source : News Nation Bureau

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