अमेरिकी सरकार ने 3 अप्रैल को परमाणु ऊर्जा संचालित विमान वाहक रोसवैल्ट के कप्तान ब्रेट क्रोजियर को बर्खास्त कर दिया. इससे पहले उन्होंने सरकार को पत्र भेजकर जहाज में नये कोरोना वायरस संक्रमण के फैलाव से सिपाहियों को लैंड करवाकर चिकित्सा पृथक करने की मांग की. सीएनएन की रिपोर्ट है कि विमान वाहक रोसवैल्ट पर सवार सिपाहियों में 137 लोग नये कोरोना वायरस संक्रमण से ग्रस्त हुए, जो अमेरिकी सैनिकों में सभी पुष्टों का दस प्रतिशत भाग है. लेकिन अमेरिकी सरकार ने इसका दोष कप्तान ब्रेट क्रोजि़यर के सिर पर मढा.
यह भी पढ़ें: लॉकडाउन के बाद क्रमबद्ध तरीके से विमानों के सञ्चालन की अनुमति दे सकती है सरकार
महामारी फैलने की रोकथाम में अमेरिकी सरकार की कमजोरी दिखने लगी है. अपनी कमजोरी को छिपाने के लिए अमेरिकी सरकार ने डॉक्टर हेलन चू की चेतावनी को नजरअंदाज किया और जिम्मेदारी दूसरों पर थोपने की कोशिश की.
यह भी पढ़ें: पाकिस्तान : लॉकडाउन से हाहाकार, राशन की मांग के साथ लोग सड़क पर उतरे
अमेरिकी सरकार ने जान बचाने के बजाये हितों की रक्षा पर महत्व दिया है, इसलिए वह जी-जान से महामारी की रोकथाम में शक्तियों को केंद्रित नहीं कर सका। अमेरिकी सरकार में नौकरशाही की आदतों से महामारी की रोकथाम में देरी की गयी है. आशा है कि अमेरिकी अधिकारी लोगों की जान और स्वास्थ्य की रक्षा के लिए ठोस कदम उठाएंगे.