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Ebrahim Raisi Funeral: मौत के 4 दिन, फिर भी सुपुर्द-ए-खाक नहीं किए गए ईरानी राष्ट्रपति, क्यों हो रही देरी?

ईरान दुख में डूबा हुआ है. लोग हेलीकॉप्टर क्रैश में मारे गए राष्ट्रपति रईसी की मौत का शोक मना रहे हैं. ये हादसा 19 मई 2024 यानी रविवार की शाम को हुआ था. आज हादसे का चौथा दिन है, फिर भी उनको सुपुर्द-ए-खाक नहीं किया गया है.

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Ajay Bhartia
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Ebrahim Raisi Helicopter Crash

इब्राहिम रईसी( Photo Credit : Social Media)

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Ebrahim Raisi Funeral: ईरान इस समय दुख में डूबा हुआ है. लोग हेलीकॉप्टर क्रैश में मारे गए राष्ट्रपति इब्राहिम रईसी समेत 9 लोगों की मौत का शोक मना रहे हैं. लाखों लोगों की भीड़ सड़कों पर उतर आई है. उनके हाथ में राष्ट्रपति रईसी की तस्वीरें और ईरान का झंडा है. उनकी आंखों से राष्ट्रपति रईसी की आकस्मिक मौत के गम के कारण आंसू हैं. हेलीकॉप्टर क्रैश का ये हादसा 19 मई 2024 यानी रविवार की शाम को हुआ था. आज हादसे का चौथा दिन है, फिर भी उनको सुपुर्द-ए-खाक नहीं किया गया है. आखिर क्यों हो रही है ये देरी?

ईरान स्टूडेंट न्यूज ने रईसी और उनके साथ मारे गए लोगों के शोक समारोह के आयोजन पर विस्तार से बताया है. जानकारी दी गई है कि इब्राहिम रईसी का शोक समारोह उनको दफन किए जाने से पहले कई शहरों में किया जाएगा. ऐसा ईरान में उनके बेशुमार समर्थकों की वजह से हो रहा है. अगर शोक समारोह एक जगह किया जाएगा तो सभी लोगों के लिए इसमें शामिल होना मुश्किल है, इसी वजह से देश के अलग अलग शहरों में शव को ले जाया जा रहा है ताकि सभी लोग शोक समारोह में हिस्सा ले सकें. यही वजह है कि मौत के चार दिन बाद भी उनके शव को सुपुर्द-ए-खाक नहीं किया गया है.

कहां-कहां से गुजरेगी रईसी की शव यात्रा?

एक अंग्रेजी वेबसाइट के अनुसार, ईरानी राष्ट्रपति इब्राहिम रईसी की शव यात्रा मंलगवार सुबह तबरिज शहर (Tabriz City) में शुरू हुई. शोक समारोह में बड़ी संख्या में लोग शामिल हुए. शहर के लोग राष्ट्रपति को विदाई देते समय रोते नजर आए. इसके बाद रईसी का शव मंगलवार दोपहर ईरान के शहर कोम (Qom) पहुंचा था, जहां उनका पहला शोक समारोह हुआ. आज यानी बुधवार को राष्ट्रपति और अन्य के शवों को राजधानी तेहरान लाया गया है. जहां ईरान के सुप्रीम लीडर आयतुल्लाह ख़ामेनई ने उनके जनाजे की नमाज पढ़ाई. इसके बाद राष्ट्रपति के शव को गुरुवार को खोरासन ले जाया. यहां से शव को उनके होम टाउन मशहाद ले जाया जाएगा और यहीं उनको दफनाया जाएगा.

राष्ट्रपति इब्राहिम रईसी की मौत के बाद ईरान में 5 दिन के शोक की घोषणा की गई है. ईरान के स्कूल और दफ्तरों को बंद कर दिया गया है. उनके शोक समारोह में शामिल होने के लिए तेहरान की सड़कों पर जनसैलाब देखा गया है.

पहुंच रहे ये वर्ल्ड लीडर

इब्राहिम रईसी की मौत का ईरान समेत दुनियाभर में शोक मनाया जा रहा है. उनकी अंतिम यात्रा में शामिल होने के लिए कई देशों के नेता पहुंच रहे हैं. भारत के उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ बुधवार (22 मई) को ईरानी राष्ट्रपति रईसी के अंतिम संस्कार में शामिल होने तेहरान रवाना हो गए हैं. इसके अलावा पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ और विदेश मंत्री अमीर खान मुताक्की सहित अफगानिस्तान से तालिबान डेलिगेशन के भी शामिल होने की उम्मीद है. फिलिस्तीन के रेसिस्टेंस गुट हमास की पॉलिटिकल विंग के चीफ इस्माइल हानिया भी उनके शोक समारोह में पहुंचे हैं. रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन भी रईसी की अंतिम यात्रा में शामिल होने के लिए पहुंचे हैं.

कौन थे इब्राहिम रईसी?

इब्राहिम रईसी को कट्टरपंथी नेता बताया जाता था. वह 2021 में ईरान के राष्ट्रपति बने थे. उनको ईरान के सुप्रीम लीडर अयातुल्ला अली खामनेई का करीबी माना जाता था. उनको ही खामनेई के उत्तराधिकारी के रूप में देखा जाता था. वे पहले ईरानी राष्ट्रपति थे, जिन पर पदभार संभालने से पहले ही अमेरिका ने बैन लगा था. दरअसल, रईसी 1988 में सरकारी वकील थे. वे उन खुफिया ट्रिब्यूनल्स का हिस्सा थे, जिन्हें 'डेथ कमेटी' के नाम से जाना जाता है. तब रईसी ने 5 हजार राजनेताओं को देशद्रोही साबित कर उनको फांसी की सजा सुनाई थी.

Source : News Nation Bureau

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