वक्त गुजरने के साथ ही सुलझने के बजाए युक्रेन संकट गहराता जा रहा है. युद्ध को लेकर आशंका के बादल दिन प्रति दिन और काले होते जा रहे हैं. खौफ का आलम है यह है कि अमेरिका के साथ ही एक के बाद एक दुनियाभर के देश अपने नागरिकों को युक्रेन से बाहर निकाल रहे हैं. अब World bank और IMF ने भी अपने कर्मचारियों को युक्रेन से बाहर निकाल लिया है. हालांकि, विश्व की इन दोनों वित्तीय संस्थानों ने साफ कर दिया है कि युक्रेन को उनका समर्थन जारी रहेगा. गौरतलब है कि World Bank की ओर से जारी इंटरनल मेमो मे कहा गया है कि यूक्रेन पर रूस की ओर से संभावित आक्रमण के बढ़ते खतरे को देखते हुए कुछ कर्मचारियों को दूसरी जगह भेज दिया गया है. विश्व बैंक ने अपने Internal Memo में कहा है कि उनके लिए अपने स्टाफ और उनके परिवार की सुरक्षा सबसे प्रमुख है. लिहाजा, अस्थायी रूप से यूक्रेन में स्टाफ मिशन को निलंबित कर दिया है.
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हालांकि, मेमो में ये नहीं बताया गया है कि संस्था ने कितने कर्मचारियों को किस देश में स्थानांतरित किया है. इसके साथ ही यूक्रेन की सीमा के पास स्थिति की बारीकी से निगरानी कर रहा है. दरअसल रूस ने यूक्रेन की सीमा से एक लाख से भी ज्यादा सैनिकों का जमावड़ा कर रखा है, जिसे देखते हुए ये आशंका जताई जा रही है कि रूस कभी भी युक्रेन पर हमला कर सकता है. वहीं, आईएमएफ के एक प्रवक्ता ने कहा है कि संस्था अस्थाई तौर से यूक्रेन में अपने रेजिडेंट रिप्रेजेंटेटिव बहराम स्टेप नियन को युक्रेन से बाहर भेज दिया है.
HIGHLIGHTS
- यूक्रेन पर संभावित हमले का बढ़ा खौफ
- आईएमएफ व वर्ड बैंक ने स्टाफ को निकाला
- कई देश निकाल चुके हैं अपने नागरिक
Source : News Nation Bureau