विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO), यूनिसेफ और द लैंसेट पत्रिका की पहल पर दुनिया भर के 40 से अधिक बाल और किशोर स्वास्थ्य विशेषज्ञों के एक आयोग द्वारा जारी रिपोर्ट में कहा गया है कि कोई भी देश बच्चों के अच्छे स्वास्थ्य, उनके पर्यावरण और उन्हें बेहतर भविष्य देने में सफल नहीं हो पा रहा है. रिपोर्ट के अनुसार बच्चों के स्वास्थ्य और उसके भविष्य पर पर्यावरणीय क्षरण और जलवायु परिवर्तन का खतरा मंडरा रहा है. इस समय गलत ढंग की विपणन प्रथाओं के जरिए बच्चों को हानिकारक फास्ट फूड, पेय, शराब और तम्बाकू की ओर आकर्षित किया जा रहा है.
रिपोर्ट के मुताबिक बड़ी चिंता का विषय यह है कि दुनिया भर में हर बच्चे का अस्तित्व जलवायु परिवर्तन और व्यावसायिक दबावों से खतरे में है. इस रिपोर्ट में 180 देशों का अध्ययन किया गया और इसके मुताबिक सबसे गरीब देशों को अपने बच्चों के स्वास्थ्य पर अधि काम करने की आवश्यकता है.
Source : Bhasha