पाकिस्तान के पीएम शहबाज शरीफ ने बुधवार को मीडिया की स्वतंत्रता पर पाबंदी के लिए पूर्व पीएम इमरान खान की आलोचना की. उन्होंने मीडिया सेंसरशिप को लेकर कहा कि उनकी सरकार देश में प्रेस और भाषण की स्वतंत्रता के लिए पूरी तरह से प्रतिबद्ध है. मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, विश्व प्रेस स्वतंत्रता दिवस के एक दिन बाद आए अपने बयान में शरीफ ने कहा कि इमरान खान की सरकार के अंतिम वर्ष के दौरान पाक विश्व प्रेस स्वतंत्रता सूचकांक में 12 वें स्थान और इमरान के कार्यकाल के दौरान 18 अंक फिसल गया.
शरीफ ने पाकिस्तान के पीएम के रूप में अपने कार्यकाल के दौरान मीडिया पर प्रतिबंध लगाने के लिए पीटीआई अध्यक्ष इमरान खान की आलोचना करते हुए ट्वीट किया, "इसने न केवल उन्हें 'प्रेस स्वतंत्रता शिकारी' का शर्मनाक खिताब दिलाया, बल्कि हमारे लोकतंत्र को भी बबार्द कर दिया." रिपोर्टर्स विदाउट बॉर्डर्स की वार्षिक रिपोर्ट के हवाले से शरीफ के बयान में कहा गया है कि उनकी सरकार 'प्रेस और भाषण की स्वतंत्रता के लिए पूरी तरह से प्रतिबद्ध है'.
मंगलवार को अंतर्राष्ट्रीय विश्व प्रेस स्वतंत्रता दिवस दुनिया भर में मनाया गया. इस वर्ष दिवस की थीम थी 'डिजिटल घेराबंदी के तहत पत्रकारिता',जिसमें पत्रकारों पर निगरानी और डिजिटल रूप से मध्यस्थता से होने वाले हमलों और डिजिटल संचार में जनता के विश्वास पर इस सब के परिणामों से पत्रकारिता को खतरे में डालने वाले कई तरीकों पर प्रकाश डाला गया.
Source : News Nation Bureau