कोविड-19 महामारी के निपटारे पर जी-20 विशेष शिखर बैठक में चीनी राष्ट्रपति शी चिनफिंग (XI Jinping) ने यह अपील की कि इस महत्वपूर्ण क्षण में चुनौती का सामना करते हुए जल्दी से आगे बढ़ना चाहिए. विश्व स्तर पर महामारी कोरोनावायरस (Corona Virus) से लड़ने के महत्वपूर्ण क्षण में विश्व प्रमुख आर्थिक समुदायों और अंतर्राष्ट्रीय संस्थाओं के नेताओं ने पहली बार 26 मार्च को वीडियो कांफ्रेंस कर सलाह मशविरा किया. जी-20 के इतिहास में पहली बार वीडियो पर शिखर बैठक का आयोजन किया गया.
इस विशेष शिखर बैठक में शी चिनफिंग और जी-20 के सदस्य देशों के नेताओं ने दिन प्रति दिन गंभीर होती विश्व स्तर की महामारी की स्थिति पर आपातकालीन संपर्क और समन्वय किया. अंतर्राष्ट्रीय समुदाय ने शी चिनफिंग द्वारा प्रस्तुत चार सूत्रीय प्रस्ताव पर ध्यान दिया, जिनमें कोविड-19 महामारी को रोकने की वैश्विक लड़ाई मजबूत से लड़ना, प्रभावी ढंग से अंतरराष्ट्रीय संयुक्त रोकथाम और नियंत्रण करना, सक्रिय रूप से अंतरराष्ट्रीय संगठनों की भूमिका का समर्थन करना, अंतर्राष्ट्रीय मैक्रो आर्थिक नीति के समन्वय को मजबूत करना शामिल हैं.
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जिनपिंग ने 22 विदेशी नेताओं को 26 बार फोन किया
शी चिनफिंग ने 22 विदेशी नेताओं और अंतर्राष्ट्रीय संगठनों के नेताओं को 26 बार फोन किया, जिनमें 14 बार जी-20 के सदस्यों के नेताओं के साथ फोन किया गया. शी चिनफिंग द्वारा महामारी की रोकथाम और नियंत्रण करने के मुद्दे पर कई देशों के नेताओं के साथ घनिष्ठ रूप से संपर्क करने के साथ चीन ने भी अपनी क्षमता के भीतर कुछ देशों को सहायता दी. अब तक चीन सरकार ने 89 देशों, विश्व स्वास्थ संगठन, अफ्रीकी संघ समेत 4 अंतर्राष्ट्रीय और क्षेत्रीय संगठनों को आपातकालीन सहायता प्रदान की, विश्व स्वास्थ्य संगठन को 2 करोड़ अमेरिकी डॉलर का दान दिया.
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जी-20 देशों को जल्द कार्रवाई की जरूरत
चीन की स्थानीय सरकारों, उद्यमों और नागरिक एजेंसियों ने भी महामारी के गंभीरता से प्रभावित देशों को सहायता दी है. जी-20 देशों को अब जल्द ही कार्रवाई करने की जरूरत है. वैश्विक विकसित आर्थिक समुदायों और नवोदित बाजार देशों के प्रतिनिधियों के रूप में जी-20 के सदस्यों को इस समय नेतृत्व और दृढ़ संकल्प दिखाना होगा, शिखर बैठक पर संपन्न कई महत्वपूर्ण सहमतियों का निपटारा करना चाहिए और जल्द से जल्द महामारी को हराने के लिए अपनी अपनी शक्ति का योगदान करना चाहिए.