भले ही कोरोना उत्पत्ति (Corona Origin) को लेकर चीन दुनिया भर के निशाने पर हो, भले ही दक्षिण चीन सागर में आक्रामक नीतियों को लेकर तमाम देश ड्रैगन के विरोध में हों, लेकिन राष्ट्रपति शी जिनपिंग (Xi Jinping) के तेवर कतई ढीले नहीं पड़े हैं. चीन की कम्युनिस्ट पार्टी (CPC) के 100 साल पूरे होने पर बीजिंग में आयोजित भव्य समारोह में जिनपिंग ने ताइवान को लेकर दुनिया को खुली चेतावनी दी है. शी जिनपिंग ने क्षेत्रीय एकजुटता और संप्रभुत्ता की रक्षा के लिए अमेरिका और ताइवान का बगैर नाम लिए कहा कि किसी को भी चीन की मजबूत इच्छाशक्ति, इरादे और बेजोड़ ताकत को कम करके नहीं आंकना चाहिए. उन्होंने यह भी कहा हम किसी भी ऐसी विदेशी ताकत यह अनुमति नहीं देंगे कि वह हमें आंख दिखाए, दबाए या हमें अपने अधीन करने का प्रयास करे.
माओ की तरह पोशाक पहन कर पहुंचे जिनपिंग
राष्ट्रपति शी जिनपिंग सीपीसी की 100वीं वर्षगांठ पर माओ त्से तुंग की तरह पोशाक पहनकर पहुंचे. उन्होंने कहा कि अगर कोई विदेशी ताकत ऐसा करने का प्रयास करती है, तो उसे चीन के 1.4 अरब लोगों की फौलादी ताकत से निपटना होगा, लद्दाख में भारत की सरजमीं पर नजरें गड़ाए बैठे चीनी राष्ट्रपति ने दावा किया, 'हमने किसी को नहीं दबाया है, न ही आंख दिखाई है और न ही किसी अन्य देश के नागरिक को अपनी अधीन करने का प्रयास किया है और आगे भी ऐसा नहीं करेंगे,' शी जिनपिंग ने कहा कि चीन अपनी सेना का निर्माण अपनी संप्रभुता की रक्षा, सुरक्षा और विकास के लिए करेगा और इसे विश्वस्तरीय बनाएगा.'
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सीपीसी के हैं 9 करोड़ से ज्यादा सदस्य
उन्होंने कहा कि हमें निश्चित रूप से अपने राष्ट्रीय सुरक्षा और सेना को आधुनिक बनाना होगा. शी जिनपिंग सेंट्रल मिलिट्री कमिशन के चेयरमैन हैं जो सेनाओं का नियंत्रण देखती है. यही नहीं, जब से शी जिनपिंग राष्ट्रपति बने हैं, चीन कम्युनिस्ट पार्टी के सदस्यों की संख्या में जोरदार इजाफा हुआ है. अब सीपीसी के 9 करोड़ से ज्यादा सदस्य हैं. माओ के बाद चीन के सबसे ताकतवर नेता बनकर उभरे राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने कहा कि चीन हमेशा से ही शांति, वैश्विक विकास और अंतरराष्ट्रीय व्यवस्था को सुरक्षित रखने के लिए काम किया है. उन्होंने कहा कि चीन ने एक समृद्ध समाज बनाने के शताब्दी के लक्ष्य को हासिल कर लिया है. उन्होंने कहा कि चीन के लोग एक नई तरह की दुनिया को बना रहे हैं. शी जिनपिंग का यह बयान ऐसे समय पर आया है जब हांग-कांग, उइगर मुस्लिम, लद्दाख और ताइवान को लेकर चीन की नीतियों को पूरी दुनिया में आलोचना हो रही है.
HIGHLIGHTS
- सीपीसी की 100वीं वर्षगांठ पर माओ की तरह पोशाक पहन कर पहुंचे जिनपिंग
- अमेरिका और ताइवान का नाम लिए बगैर दी दुनिया भर को चेतावनी
- हांग-कांग, उइगर मुस्लिम, लद्दाख और ताइवान पर दबाव में है ड्रैगन