चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग (Xi Jinping) ने विगत दिनों सशस्त्र बलों के दक्षिणी थिएटर कमांड नौसेना का निरीक्षण किया. इसके साथ ही उन्होंने दक्षिण चीन सागर (South China Sea) में बढ़ते तनाव के बीच सैनिकों के प्रशिक्षण और युद्ध की तैयारी की आवश्यकता पर भी जोर दिया. गौरतलब है कि दक्षिण चीन सागर में तैनात चीनी युद्धपोत अक्सर अमेरिकी युद्धपोतों, जिनमें विमान वाहक और डिस्ट्रॉयर भी शामिल हैं, की निगरानी के दौरान अंतरराष्ट्रीय सीमा पार कर जाते हैं. इस स्थिति में अमेरिका और अन्य संबंधित देशों संग चीन की आक्रामक विस्तारवादी नीति को जिम्मेदार ठहराते आरोपों-प्रत्यारोपों का दौर शुरू हो जाता है. इसके अलावा हालिया दिनों में ताइवान (Taiwan) जलडमरूमध्य और पड़ोसी समुद्री क्षेत्र में बढ़े तनाव की पृष्ठभूमि में शी ने एसटीसी की नौसेना का भी दौरा किया. गौरतलब है कि चीनी नौसेना ताइवान के पास तीन दिनों के वास्तविक युद्ध अभ्यास को पूरा करके हाल ही में हटी है.
चीन की क्षेत्रीय संप्रभुता की रक्षा सर्वोच्च प्राथमिकता
सरकारी समाचार एजेंसी सिन्हुआ ने एक रिपोर्ट में कहा, 'केंद्रीय सैन्य आयोग के अध्यक्ष शी जिनपिंग ने सभी मोर्चों पर प्रशिक्षण मजबूत करने और युद्ध की तैयारी के बीच सशस्त्र बलों के आधुनिकीकरण के स्तर को बढ़ावा देने के लिए परिवर्तन में तेजी लाने पर जोर दिया.' स्टेट ब्रॉडकास्टर सीसीटीवी ने बताया कि शी ने पीपुल्स लिबरेशन आर्मी की एसटीसी नेवी से यह भी कहा कि सेना को चीन की क्षेत्रीय संप्रभुता और समुद्री हितों की दृढ़ता से रक्षा करनी चाहिए. साथ ही आसपास की समग्र परिधीय स्थिरता की रक्षा करने का प्रयास करना चाहिए. समाचार एजेंसी रॉयटर्स के मुताबिक एशिया-प्रशांत क्षेत्र में चीन की पर साझा चिंताओं के बीच अमेरिका और फिलीपींस वर्तमान में अपना सबसे बड़ा संयुक्त सैन्य अभ्यास कर रहे हैं.
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अमेरिका-फिलीपींस के साझे बयान को किया खारिज
चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता वांग वेनबिन ने कहा कि इस तरह के अभ्यास किसी तीसरे पक्ष को निशाना बनाते हुए नहीं करने चाहिए. साथ ही संयुक्त सैन्य अभ्यास क्षेत्रीय शांति और स्थिरता के लिए अनुकूल होना चाहिए. गौरतलब है की चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता का यह बयान अमेरिका और फिलीपींस के संयुक्त बयान की प्रतिक्रिया में आया है, जिसमें दोनों देशों ने दक्षिण चीन सागर में चीन की समुद्री गतिविधियाों को गैरकानूनी करार दिया था. गौरतलब है कि संयुक्त बयान चीन की वैध समुद्री कानून प्रवर्तन गतिविधियों में भी आक्रामकता की ओर इशारा करता है. आधिकारिक अंग्रेजी प्रसारक सीजीटीएन के अनुसार वांग ने कहा, 'यहां तक कि यह साझा बयान चीन को बदनाम भी करता है. इसको लेकर बीजिंग गंभीर रूप से चिंतित है और इसे दृढ़ता से अस्वीकार करता है.'
HIGHLIGHTS
- दक्षिण चीन सागर में बढ़ते तनाव के बीच शी जिनपिंग ने किया कमांड सेंटर का निरीक्षण
- विगत दिनों ताईवान की सीमा के पास वास्तविक युद्ध युद्ध अभ्यास भी किया पीएलए ने
- एशिया-प्रशांत क्षेत्र में बाहरी ताकतों के दखल का आरोप भी लगाया है चीन ने