लेबनान मंगलवार को सीरियल पेजर धमाको से दहल उठा. इसमें आठ लोगों की मौत हो गई. लेबनान में करीब 2800 लोगों के घायल होने की सूचना मिली है. इसकी संख्या बढ़ भी सकती है. घायलों में स्वास्थ्यकर्मी, ईरान के राजदूत मोजीतबा अमानी और हिज्बुल्लाह के लड़ाके भी हैं. हिज्बुल्लाह ने इस हमले के पीछे इजरायल का हाथ होने की आशंका जताई है. हमले के बाद लेबनान सरकार ने सभी लोगों से अपने पास रखे पेजर को फेंकने को कहा. पेजर के साथ रेडियो और ट्रांसमीटर में भी धमाके होने की सूचना मिली है.
लेबनान के साथ सीरिया में भी पेजर ब्लास्ट की घटनाएं सामने आई. इसमें हिज्बुल्लाह के कई लड़ाके घायल हो गए. इन्हें सीरिया की राजधानी दमिश्क और उसके आसपास के अस्पतालों में भर्ती कराया गया है. हिज्बुल्लाह पर हुए हमला दिल दहला देने वाला है. लेबनान में जिस तरह से सीरियल ब्लास्ट हुए हैं. यह अपने आप में पहला हमला है. इन हमले को लेकर हिज्बुल्लाह ने बयान जारी किया है.
ये भी पढ़ें: केजरीवाल का मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा, आतिशी ने LG के सामने पेश किया सरकार बनाने का दावा
धमाकों की वजह के बारे में पता नहीं चल सका
रिपोर्ट के अनुसार, मंगलवार को करीब 3:30 बजे पेजर धमाके शुरू हो गए. इन धमाकों की वजह के बारे में पता नहीं चल सका है. यहां पर बड़ी संख्या में लोग घायल हुए हैं. हिज्बुल्लाह की एजेंसियां धमाकों के कारणों का पता लगाने के प्रयास में जुटी हैं. घायलों को विभिन्न अस्पतालों में भर्ती कराया गया है.
इन हमलों की तस्वीरें सामने आ चुकी है. इसमें देखा जा सकता है कि खून से लथपथ लोग जमीन पर मदद की गुहार लगा रहे हैं. भारी संख्या में लोगों के घायल होने की खबर है. स्वास्थ्य मंत्रालय ने अस्पतालों से इमरजेंसी वार्ड मरीजों को भर्ती करते समय अलर्ट रहने के लिए कहा है. इसके साथ जिनके पास पेजर हैं, उनसे दूर रहने लिए कहा गया है. स्वास्थ्य कर्मियों से वायरलेस डिवाइस का उपयोग करने से बचने को कहा गया है.
हिज्बुल्लाह के टॉप कमांडर हुए घायल
पेजर अटैक में हिज्बुल्लाह के टॉप कमांडर के घायल होने की खबर मिली है. मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, इन विस्फोटों में शीर्ष कमांडर के साथ सहयोगी नेता और सलाहकार घायल हो गए हैं. एक हिज्बुल्लाह सांसद के बेटे की भी इस हमले में मौत हो गई है. रिपोर्ट के अनुसार, सांसद का नाम अली अम्मार है.
सेलफोन न रखे जाएं
अभी तक इजरायल की तरफ से किसी तरह की कोई प्रतिक्रिया सामने नहीं आई है. पूर्व में हिज्बुल्लाह नेता हसन नसरल्लाह ने अपने लोगों से कहा था कि वे सेलफोन को न रखें. फोन का उपयोग इजराइल उनकी गतिविधियों को ट्रैक करने में लगा सकता है. इसके साथ ही निशाना बनाकर हमलों को भी अंजाम दे सकता है.