पाकिस्तान ने एक बार भीख मांगने के लिए हाथ फैला दिए हैं. पाकिस्तान ने चीन के सामने हाथ फैलाए हैं. कर्ज में डूबे पाकिस्तान ने चीन से 1.4 अरब अमेरिकी डॉलर का कर्ज मांगा है. बता दें, पाकिस्तान पर पहले से ही चीन का 4.3 अरब डॉलर का कर्ज है.
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, पाकिस्तान के वित्त मंत्री मोहम्मद औरंगजेब ने चीन के वित्त उप मंत्री से मुलाकात की. मुलाकात के दौरान, पाकिस्तान ने मुद्रा विनिमय समझौते के तहत सीमा को 40 अरब युआन तक बढ़ाने का अनुरोध किया है.
पाकिस्तान को चुकाना है 26.48 अरब डॉलर विदेशी ऋण
पाकिस्तान पहले भी चीन से लोन मांग चुका है. चीन ने उस वक्त पाकिस्तान की मांग खारिज कर दी थी. चीन ने दो सप्ताह पहले 4.3 अरब अमेरिकी डॉलर के कर्ज को बढ़ाया है. पाकिस्तान और चीन के प्रधानमंत्री ने मुद्रा विनिमय समझौते पर हस्ताक्षर किए थे. पाकिस्तान को 26.48 अरब डॉलर का विदेशी ऋण चुकाना है. पाकिस्तान ने बढ़ते कर्ज के बोझ को कम करने के लिए मध्य पूर्व क्षेत्रों के बैंकों से भी चार अरब डॉलर का कर्ज मांगा था.
भारत से दोस्ती के लिए तड़प रहा पाकिस्तान
पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ ने हाल ही में भारत और पाकिस्तान के बीच अच्छे पड़ोसी संबंधों की वकालत की है. शरीफ ने कहा कि दोनों देशों को पुरानी बातों को भुलाकर सकारात्मक रूप से आगे बढ़ना चाहिए.
उन्होंने भारतीय विदेश मंत्री एस. जयशंकर की पाकिस्तान यात्रा को एक अच्छी शुरुआत माना और प्रधानमंत्री मोदी की लाहौर यात्रा को याद करते हुए इसे एक भावुक क्षण बताया. शरीफ ने भारत और पाकिस्तान के बीच क्रिकेट संबंधों को पुनः स्थापित करने की बात भी कही. उन्होेंने कहा कि अगर भारत में दोनों देशों का फाइनल मैच होता है, तो वे भारत जरूर जाएंगे.