भारत की तरह अब पाकिस्तान में भी विपक्षी गठबंधन को और मजबूत करने के लिए प्रयास होने लगे हैं. पाकिस्तान के पूर्व नेशनल असेंबली स्पीकर असद कैसर ने पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ के महासचिव अयूब खान के साथ अदियाला जेल के बाहर इसकी घोषणा की. रावलपिंडी की अदियाला जेल में ही पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान बंद है. मीडिया से बात करते हुए उन्होंने कहा कि पीटीआई ने विपक्षी गठबंधन का विस्तार करने का फैसला किया है.
कैसर ने ऐलान किया कि पीटीआई देश भर में एक शक्तिशाली सरकार विरोधी आंदोलन चलाने के लिए सभी विपक्षी पार्टियों को एकजुट करेगी. खैबर पख्तूनख्वा के स्वाबी में पार्टी शक्ति प्रदर्शन करेगी. इसका उद्देश्य पीटीआई संंस्थापक सहित अन्य नेताओं को हिरासत में लेने के खिलाफ एकजुटता है. कैसर ने जोर देते हुए कहा कि पाकिस्तान कानून और संविधान के अनुसार चलेगा.
महंगाई ने पाकिस्तानी जनता की कमर तोड़ी
पाकिस्तान में बढ़ती महंगाई को लेकर बी उन्होंने पीएमएल-एन सरकार पर निशाना साधा. उन्होंने देश में बढ़ती बिजली बिलों के दामों को लेकर भी सरकार की आलोचना की. उन्होंने कहा कि महंगाई ने जनता की कमर तोड़ दी है. जनता के लिए बढ़ते हुए बिजली बिलों के दाम बर्दाश्त के काबिल नहीं है. बिजली बिलों की बढ़ोत्तरी के खिलाफ रावलपिंडी में जारी जमात-ए-इस्लामी के धरने का हम समर्थन करते हैं. हालांकि, जमात के हाफिज नईम उर रहमान का कहना है कि उनकी पार्टी पीटीआई की महागठबंधन का हिस्सा नहीं बनने वाली है, क्योंकि गठबंधन का इस्तेमाल लोग अपने स्वार्थ के लिए करते हैं. रहमान का कहना है कि हमारा रुख भी विपक्षी गठबंधन के समान रहेगा पर हम किसी गठबंधन में शामिल नहीं होंगे.
जनता से जनसभा में शामिल होने की अपील
पीटीआई महासचिव खान ने जनता से अपील की है कि वे बड़ी संख्या में स्वाबी में होने वाली जनसभा में शामिल हों और इमरान खान के प्रति समर्थन दिखाएं. उन्होंने कहा कि पीएमएल-एन और पीपीपी सेना और देश के लोगों के बीच दरार बना रही है. इसके अलावा, उन्होंने कहा कि वे इमरान खान की रिहाई के लिए कानूनी लड़ाई लड़ रहे हैं.