Rail Force One: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ट्रेन से यूक्रेन पहुंच गए हैं. 10 घंटे की यात्रा के बाद कीव पहुंचे हैं. यह एक विशेष ट्रेन है. इसका नाम- रेल फोर्स वन है. यूक्रेन की यह खास ट्रेन लग्जरी सुविधाओं और वर्ल्ड क्लास सर्विस के लिए प्रसिद्ध है. पीएम मोदी से पहले मेलोनी, बाइडन और मैक्रों सहित विभिन्न वैश्विक नेता इसमें सफर कर सकते हैं.
यूक्रेन जाने वाले अधिकांश नेता, पत्रकार, राजनयिक रेल फोर्स वन से ही सफर करते हैं, धीमे-धीमे चलने वाली यह ट्रेन बेहद लग्जरी है. यह सिर्फ रात में चलती है. इस ट्रेन को क्रीमिया में टूरिज्म को बढ़ावा देने के लिए डिजाइन किया गया था. लेकिन 2014 में रूस ने क्रीमिया पर कब्जा कर लिया, जिसके बाद से इस ट्रेन को वर्ल्ड लीडर्स और वीआईपी मेहमानों की सेवा में लगा दिया गया. खास बात है कि ट्रेन हथियारों से लैस है. ट्रेन में सुरक्षित कम्युनिकेशन सिस्टम है. हाईटेक सुरक्षाकर्मी हर वक्त इसमें तैनात रहते हैं. ट्रेन की सिक्योरिटी को लेकर अब तक कोई शिकायत नहीं मिली है.
ट्रेन में आलीशान होटल जैसा कमरे
रेल फोर्स वन का इंटीरियर बहुत खूबसूरत और आकर्षक है. इसके कमरे बेहद आलीशान हैं. रेलफोर्स वन का कंपार्टमेंट लकड़ी से बना हुआ है. इसमें बड़ी कॉन्फ्रेंस टेबल भी मौजूद है. आराम के लिए इसमें सोफा और टीवी लगा हुआ है. ट्रेन में इलेक्ट्रिक इंजन नहीं हैं बल्कि डीजल इंजन है. खास बात है कि ट्रेल का रेलफोर्स वन नाम बाइडन की यात्रा के बाद रखा गया था. इस ट्रेन की सफलता का श्रेय यूक्रेन रेलवे के पूर्व सीईओ और वर्तमान कैबिनेट मंत्री एलेक्जेंडर कैमिशिन को जाता है.
ट्रेन में डीजल इंजन लगाने की वजह है कि रूस अकसर यूक्रेन के इलेक्ट्रिक ग्रिड पर हमला करता है, ऐसे में ट्रेन का इलेक्ट्रिक इंजन कभी भी ठप पड़ सकता है. वहीं. डीजल इंजन से कोई असर नहीं होगा.
ट्रेन से सफर क्यों करते हैं नेता
यूक्रेन में युद्ध की वजह से सभी हवाईअड्डे बंद हैं. सड़क से सफर काफी जोखिम वाला हो जाता है. इसी वजह से जब कोई वैश्विक नेता यूक्रेन आता है तो वह ट्रेन की यात्रा चुनते हैं. इस ट्रेन में अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन, इटली की प्रधानमंत्री जॉर्जिया मेलोनी और फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुअल मैक्रों सहित विभिन्न नेता सफर कर चुके है.