Putin Warning NATO and US: रूस और यूक्रेन के बीच पिछले ढाई साल से जंग जारी है. इस बीच रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने एक बार फिर पश्चिमी देशों को गंभीर चेतावनी दी है. राष्ट्रपति पुतिन का कहना है कि अगर उन्होंने इस युद्ध में हस्तक्षेप किया तो उन्हें गंभीर परिणाम भुगतने होंगे. पुतिन की ये चेतावनी खासतौर पर नाटो और अमेरिका के लिए है. पुतिन का कहना है कि अगर नाटो देश यूक्रेन को लंबी दूरी के हथियारों का इस्तेमाल कर रूस पर हमला करने की अनुमति देते हैं तो इसे नाटो और अमेरिका की युद्ध में प्रत्यक्ष भागीदारी माना जाएगा. मधुरेंद्र की इस रिपोर्ट में जानते हैं क्या है पूरा मामला.
अमेरिका और नाटो की प्रत्यक्ष भागीदारी के सवाल पर राष्ट्रपति पुतिन ने साफ किया कि, यूक्रेन पहले से ही रूस के अंदर मानव रहित ड्रोन और अन्य साधनों से हमले कर रहा है, लेकिन पश्चिमी देशों से मिले उन्नत हथियारों का उपयोग एक अलग मामला है. यह सवाल नहीं है कि कीव शासन को अनुमति दी गई है या नहीं, बल्कि यह है कि नाटो इस संघर्ष में सीधे शामिल हो रहा है या नहीं.
ये भी पढ़ें: जमानत मिलने के बाद भी दफ्तर नहीं जा पाएंगे CM केजरीवाल, सुप्रीम कोर्ट ने इन शर्तों के साथ दी बेल
रूसी राष्ट्रपति पुतिन ने आगे कहा कि यूक्रेनी सेना नाटो के संसाधनों का इस्तेमाल युद्ध में लगातार कर रही है. उन्होंने चेतवानी देते हुए कहा कि यूक्रेनी सेना पश्चिमी देशों से मिले उच्च-सटीक लंबी दूरी के हथियारों का इस्तेमाल नहीं कर सकती. ये हथियार नाटो उपग्रहों से मिली खुफिया जानकारी पर आधारित होते हैं और इनका संचालन केवल नाटो के सैन्य कर्मी कर सकते हैं.
अमेरिका और नाटो से इजाजत मांग रहा यूक्रेन
दरअसल, हाल के दिनों में यह चर्चा जोरों पर है कि यूक्रेन, अमेरिका और नाटो से लंबी दुरी के हथियारों के इस्तेमाल की इजाजत मांग रहा है. ऐसे हालात अगर पैदा हुए तो पुतिन ने कहा की इस हस्तक्षेप युद्ध की प्रकृति बदल जायेगी. पुतिन ने चेतावनी दी कि अगर नाटो देशों के हथियारों से रूस पर हमला किया गया तो इसका मतलब होगा कि वे सीधे तौर पर इस संघर्ष में शामिल हो रहे हैं.
ये भी पढ़ें: हरियाणा चुनाव में कांग्रेस को नए चेहरों से आस, मौजूदा विधायकों के साथ कई नेताओं के बेटे और दामाद को भी दिया टिकट
पुतिन ने कहा कि, "यह सीधा संकेत होगा कि नाटो देश, संयुक्त राज्य अमेरिका और यूरोपीय देश रूस के साथ युद्ध में हैं." इस चेतावनी में पुतिन ने स्पष्ट किया कि अगर नाटो और अमेरिका इस संघर्ष में शामिल होते हैं, तो रूस अपनी सुरक्षा के लिए उचित और सख्त कदम उठाएगा. उन्होंने कहा कि, "हम अपनी सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए उन खतरों के प्रति उचित प्रतिक्रिया भी देंगे."
ये भी पढ़ें: Delhi Building Collapsed: दिल्ली में दिखा बारिश का कहर, पहाड़गंज में भरभराकर गिरी इमारत, एक की मौत, 2 लोग घायल
क्या हैं पुतिन की चेतावनी के मायने?
रूस के राष्ट्रपति पुतिन की इस गंभीर चेतावनी के मायने साफ है कि ऐसा हुआ तो ये युद्ध रूस और यूक्रेन तक सीमित नहीं रहेगा, बल्कि इसके चपेट में अमेरिका और नाटो देश भी आ जाएंगे. पुतिन के इस बयान से साफ है कि रूस पश्चिमी हस्तक्षेप को बेहद गंभीरता से ले रहा है. अगर नाटो और अमेरिका यूक्रेन को लंबी दूरी के हथियारों का समर्थन जारी रखते हैं, तो यह यूक्रेन-रूस युद्ध की प्रकृति को पूरी तरह बदल सकता है और वैश्विक स्तर पर एक बड़ा संघर्ष खड़ा कर सकता है, जिससे वर्ल्ड वॉर का रूप लने की भी संभावना है.