जापान और अमेरिका के संयुक्त सैन्य अभ्यास को लेकर यहां के कई स्थानीय सिविल ग्रुप्स ने विरोध जताया है. मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, जापान और अमेरिका के बीच होने वाले संयुक्त सैन्य अभ्यास का कई कारणों से विरोध हो रहा है. आपको बता दें कि जापान और अमेरिका 25 अक्टूबर से 1 नवंबर तक जापान के विभिन्न एयरपोर्ट और बंदरगाहों पर संयुक्त सैन्य अभ्यास करने वाला है. इसमें करीब 45,000 प्रतिभागी भाग लेंगे.
गुरुवार को 35 सिविल ग्रुप्स ने किताकियुशू शहर की सरकार को संयुक्त याचिका पेश की. इनमें सैन्य अभ्यास को लेकर किताकियुशू एयरपोर्ट के उपयोग को रद्द करने की अपील की गई है. एयरपोर्ट के सैन्यीकरण को लेकर कड़ा विरोध जताया गया है. बुधवार को करीब 20 नागरिक समूहों ने एक संयुक्त बयान जारी कर ओकिनावा प्रान्त के इशिगाकी द्वीप पर सैन्य अभ्यास को खत्म करने की मांग की.
सिविल ग्रुप के प्रतिनिधि हिरोयुकी तेरुया ने कहा, हम उन्हें हर साल ओकिनावा में अभ्यास करने की अनुमति नहीं दे सकते. समूहों ने संबंधित अधिकारियों को अपना हस्ताक्षरित विरोध प्रस्तुत करने की योजना बनाई. संयुक्त अमेरिका-जापान सैन्य अभ्यास को लेकर रूस ने भी अपना विरोध दर्ज कराया.
साउथ चाइना मॉर्निंग पोस्ट की 15 अक्टूबर की एक रिपोर्ट के अनुसार, जापान ने होक्काइडो के निकट अमेरिकी सेना के साथ संयुक्त अभ्यास के बारे में रूस के राजनयिक विरोध को दरकिनार कर दिया. रूसी विदेश मंत्रालय ने पिछले सप्ताह मॉस्को में जापानी दूतावास के समक्ष कीन स्वॉर्ड 2024 अभ्यास पर कड़ा विरोध दर्ज कराया.
रिपोर्ट में रूस की मीडिया के हवाले से कहा गया, “जापानी पक्ष को इस तरह की प्रथाओं की स्पष्ट अस्वीकार्यता के बारे में सूचित किया गया. यह साल दर साल बड़े पैमाने पर बढ़ रही हैं. इस दौरान गैर-क्षेत्रीय नाटो सदस्य देशों की भागीदारी भी शामिल है. इसके जवाब में जापानी दूतावास ने मास्को के विरोध को पूरी तरह से अस्वीकार्य किया. उत्तरी जापान के निकट रूस की बढ़ती सैन्य गतिविधि पर चिंता जताई.