पुलिस ने 17 साल के एक युवक को गिरफ्तार किया है. युवक आंतकी संगठन आईएसआईएस का समर्थक है. वह गैर मुस्लिम आदमियों को मौत के घाट उतारने की फिराक में था. लेकिन इससे पहले ही आंतरिक सुरक्षा अधिनियम (ISA) के तहत उसे हिरासत में ले लिया गया है. हमास और हिजबुल्ला पर हो रहे इस्राइली हमलों से वह आहत था, इसी बात का वह बदला लेना चाहता था.
घटना सिंगापुर की है. आंतरिक सुरक्षा विभाग ने शुक्रवार को मामले में एक विज्ञप्ति जारी की. विज्ञप्ति में विभाग ने बताया कि 17 साल का लड़का हमास और हिजबुल्ला पर हो रहे हमलों सेप प्रभावित था. वह घर की रसोई में इस्तेमाल होने वाली चाकू और कैंची को कथित तौर पर इस्तेमाल करना चाहता था.
क्या बोले गृहमंत्री
सिंगापुर के गृहमंत्री ने बताया कि 17 साल का लड़का किसी पर भी आसानी से हमला कर सकता था. पुलिस ने जब उससे पूछताछ की तो उसने कहा कि आप लोग बाल-बाल बचे हैं. गृहमंत्री ने आगे कहा कि किशोर ने जिस जगह हमला करने की योजना बनाई थी वहां बहुत चहल-पहल रहती है. हर दिन हजारों लोग वहां आते-जाते रहते हैं. इनमें बूढ़ें-बुजुर्ग और बच्चे भी शामिल हैं. स्कूल की छुट्टी के वक्त, उस क्षेत्र में और भीड़ लग जाती है. वह आवासीय, मनोरंजन और शॉपिंग कॉम्पलेक्स वाला क्षेत्र है.
साढ़ें तीन साल में 5 युवक गिरफ्तार
जानकारी के अनुसार, 2020 से लेकर अब तक सिंगापुर पुलिस ने पांच कट्टरपंथी युवाओं को हिरासत में लिया है. यह सभी कट्टरपंथी आसानी से उपलब्ध होने वाले हथियारों से ही हमला करने की प्लानिंग कर रहे थे. ऐसे हमलों के लिए तैयारी की जरूरत नहीं होती.
दो साल तक युवाओं को हिरासत में रखा
बता दें, अगस्त में विभाग ने उस लड़के को गिरफ्तार किया था. अदालत ने सितंबर में आदेश दिया कि दो साल तक उसे हिरासत में रखा जाए. गैर मुस्लिम पुरुषों पर हमला करने के लिए वह ढृढ़ संकल्पित था.