Sunita Williams Rescue Mission: अंतरिक्ष में फंसी भारतीय मूल की अमेरिकन एस्ट्रोनॉट सुनीता विलियम्स (American Astronaut Sunita Williams) और बुच विल्मोर के रेस्क्यू मिशन शुरू हो गया है. अमेरिका की स्पेस एजेंसी नासा (NASA) और अमेरिकी दिग्गज व्यापारी एलन की स्पेसएक्स (Spacex) का स्पेसक्राफ्ट क्रू-9 (Crew-9) फ्लोरिडा के नासा स्पेस सेंटर से रवाना हो गया है. स्पेस क्राफ्ट में अमेरिका और रूस के 2 अंतरिक्ष यात्री हैं, जो उन्हें साथ लाएंगे. इस रेस्क्यू मिशन के चलते अंतरिक्ष में फंसी भारत की बेटे के लौटने की आस बढ़ गई है.
लॉन्च हुआ Crew-9 Spacecraft
सुनीता विलियम्स (Sunita Williams Space) और बुच विल्मोर को रेस्क्यू करने के लिए अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा और एलन मस्क की स्पेस कंपनी ने हाथ मिलाया और इस तरह अंतरिक्ष के सबसे बड़े रेस्क्यू ऑपरेशन की लॉन्चिंग आखिरकार मुमकिन हो पाया. रिपोर्ट्स के अनुसार, क्रू–9 स्पेसक्राफ्ट को आज यानी शनिवार को भारतीय समयानुसार रात करीब 10:47 बजे फ्लोरिडा के केप कैनावेरल स्पेस फोर्स स्टेशन से लॉन्च हुआ. दुनिया की निगाहें नासा के इस रेस्क्यू मिशन पर टिकी हुई हैं.
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कौन हैं सुनीता विलियम्स (Who is sunita williams)
भारतीय मूल की सुनीता विलियम्स 3 बार स्पेस में जाने वालीं इकलौती एस्ट्रोनॉट हैं. सुनीता इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन पर मौजूद हैं. ISS पर नौ अंतरिक्ष यात्रियों के साथ हैं. 59 वर्षीय सुनीता विलियम्स ( Sunita Williams Age) ने 13 सितंबर को उन्होंने भावुक संदेश भी भेजा था.
‘हमें आगे बढ़ते रहना है’ (Sunita Williams News)
सुनीता विलियम्स ने कहा था कि, ‘ये मेरी खुशी की जगह है. मुझे यहां अंतरिक्ष में रहना बहुत पसंद है. मां के साथ समय न बिता पाने की वजह से कुछ समय के लिए परेशान हो गई थी, लेकिन हमें आगे बढ़ते रहना है. रूकना नहीं है. हम टेस्टर हैं, और ये हमारा काम है.’
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रेस्क्यू के लिए गए हैं ये एस्ट्रोनॉट्स
सुनीता विलियम्स और बुच विल्मोर को वापस लाने वाले अंतरिक्ष यात्री अमेरिका के निक हेग और रूस के गुरबोनोव गए हैं. दोनों ही अनुभवी अंतरिक्ष यात्री हैं और कई रिकॉर्ड भी इनके नाम है. अंतरिक्ष स्पेस स्टेशन पर दो बार वॉक भी कर चुके हैं. साथ ही साथ अंतरिक्ष में 360 दिन बिताने का कीर्तिमान भी इनके नाम है. दोनों ही अंतरिक्ष यात्रियों को 5 महीने के मिशन पर भेजा गया है, जिन्हें अंतरिक्ष में फंसी सुनीता विलियम्स और उनके सहयोगी को सुरक्षित धरती पर लाना है.
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स्पेस में कितने दिन से फंसी हैं सुनीता?
इसी साल 5 जून को सुनीता विलियम्स और बुल विल्मोर बोइंग के स्टारलाइनर स्पेसक्राफ्ट से रवाना हुए थे. मिशन कुल 8 दिनों का था, लेकिन ऐसी तकनीकी खामी आई कि मिशन लगभग चार महीने तक खिंच गया, जिस स्पेसक्राफ्ट से सुनीता विलयम्स (Sunita Williams in Space) और विल्मोर को वापस आना था, वो इसी महीने बिना क्रू के लौटा था.
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इसके बाद नासा ने क्रू-9 मिशन के जरिए दोनों अंतरिक्ष यात्रियों को धरती पर वापस लाने का मिशन शुरू किया है. ड्रैगन स्पेसक्राफ्ट से अगले साल फरवरी में वापसी होगी. मौजूदा समय में ISS पर नासा का एक्सपेडिशन-71 का क्रू काम कर रहा है. सुनीता विलियम्स और विल्मोर भी अब फुल टाइम स्टेशन क्रू मेंबर बन चुके हैं. दोनों अंतरिक्ष यात्री क्रू9 मिशन के तहत स्पेसवॉक रोबोटिक्स समेत कई तरह के टास्क को पूरा करेंगे और एक बार फिर नया इतिहास रचेंगे.